(गोसाईगंज के गौरिया मार्ग पर स्थित काम्प्लेक्स की छत पर सो रहे चौकीदार की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या)
(पीएम के बाद शव घर पहुंचने पर पांच लाख मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन,एसडीएम के आश्वासन पर माने )
मोहनलालगंज।गोसाईगंज थाना क्षेत्र के सदरपुर करोरा मजरा करीमखेड़ा गांव निवासी शिवराज(45 वर्ष) गौरिया मार्ग पर स्थित उषापति त्रिपाठी के कॉम्प्लेक्स में रात को चौकीदारी करते थे,रविवार की रात खाना खाने के बाद घर से आकर काम्प्लेक्स पर आकर छत पर सो गये,देर रात बैखोफ बदमाश धारदार हथियार से चौकीदार की गला रेत कर व चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गये।सोमवार की सुबह काफी देर तक पिता शिवराज के घर ना पहुंचने पर बड़े बेटे धर्मेन्द्र ने फोन मिलाया तो वो स्वीच आंफ गया,अनहोनी की आंशका पर धर्मेन्द्र ने काम्प्लेक्स के बाद एक ट्रेडर्स की दुकान में काम करने वाले छोटे भाई गोविंद को फोन कर उसने पिता के घर ना आने व फोन स्वीच आफ होने की बात बताई तो वो पिता को खोजते हुये काम्प्लेक्स की छत पर पहुंचा तो वहा पिता का खून से लतपथ शव पड़ा देख चीख पड़ा ओर बड़े भाई समेत परिजनो को घटना की सूचना दी।जिसके बाद मौके पर परिजनो समेत ग्रामीण पहुंचे तो कोहराम मच गया।सूचना के बाद इंस्पेक्टर दिनेश चन्द्र मिश्रा ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।इस दौरान आक्रोशित परिजनो व ग्रामीणो ने शव को मौके से उठाये जाने से मना कर दिया,हगांमें की सूचना के बाद डीसीपी दक्षिणी विनीत जायसवाल,एडीसीपी शंशाक सिहं समेत एसीपी ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनो को समझा बुझाकर शांत कराया तब जाकर पुलिस ने मृतक चौकीदार के शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा।मृतक के परिवार में पत्नी सुनीता,बेटे धर्मेन्द्र,गोविंद,बउवा,शिवा व एक
बेटी शालू है।डीसीपी विनीत जायसवाल ने बताया मृतक के बेटे धर्मेन्द्र की तहरीर पर अज्ञात पर हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर क्राइम,सर्विलांस समेत पुलिस की टीमो को हत्या की घटना के सफल अनावरण के लिये लगाया गया है।
पीएम के शव घर पहुंचने पर मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन….
मृतक चौकीदार शिवराज का पोस्टमार्टम के बाद देर शाम शव घर पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीणो व परिजनो ने काम्प्लेक्स मालिक से पांच लाख मुआवजा दिलाये जाने की मांग करते हुये शव का अन्तिम संस्कार किये जाने से मना करते हुये प्रदर्शन शुरू किया।प्रदर्शन की सूचना पाकर एसीपी व इंस्पेक्टर ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर आक्रोशित परिजनो को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो तत्काल मुआवजा दिलाये जाने के बाद ही शव का अन्तिम संस्कार किये जाने पर अड़े रहे।जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन सहायता राहत कोष से पांच लाख मुआवजा दिलाये जाने का आश्वासन दिया तब जाकर आक्रोशित परिजन व ग्रामीण शांत हुये ओर शव को अन्तिम संस्कार के लिये लेकर गये।जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।