ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान द्वारा प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के सहयोग से समग्र शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत, कक्षा 6 से कक्षा 8 तक पंजीकृत छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा विषयक 06 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 03 जुलाई 2023 से संस्थान के अधीनस्थ कार्यरत प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय / जिला ग्राम्य विकास संस्थानों पर किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के अपर निदेशक बी डी चौधरी ने बताया कि
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम चरण के अन्तर्गत प्रदेश के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 11000 व्यायाम शिक्षकों एवं अनुदेशकों के क्षमता संवर्धन एवं प्रशिक्षण कार्यहेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है ।प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त व्यायाम शिक्षक एवं अनुदेशक अपने सम्बन्धित विद्यालयों में पंजीकृत छात्राओं को प्रत्येक विद्यालय दिवस में निर्धारित अवधि तक प्रतिदिन एक घंटे नियमित रूप से प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। छात्राओं की मोबाईल एप के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित उपस्थिति सुनिश्चित कराये जाने का दायित्व प्रशिक्षकों का होगा। साथ ही साथ छात्राओं का माहवार मूल्यांकन भी किया जायेगा। मूल्यांकन के आधार पर छात्राओं को ऑन-लाइन प्रमाण पत्र प्रदान किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी है।
03 जुलाई 2023 से शुरू हुये प्रदेश के 29 जनपदों- बलिया, बाँदा, प्रयागराज, अयोध्या, बस्ती, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, गोरखपुर, हरदोई, जौनपुर, लखीमपुर-खीरी, मऊ, पीलीभीत, बहराइच, सीतापुर, रायबरेली, वाराणसी, मिर्जापुर, शाहजहाँपुर, बाराबंकी, लखनऊ एवं मुरादाबाद से संबंधित क्षेत्रीय / जिला ग्राम्य विकास संस्थानों द्वारा कुल119प्रशिक्षण सत्रों के माध्यम से लगभग 5859व्यायाम शिक्षकों / अनुदेशकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन राजेश कुमार सिंह, महानिदेशक, दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, लखनऊ एवं श्री विजय किरण आनन्द, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय, समग्र शिक्षा, लखनऊ के संयुक्त मार्ग निर्देशन में अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल संगठन, वूमन पावर लाइन 1090, लखनऊ एवं यू० पी० डेस्को के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है।प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रबन्धन व संचालन में संस्थान के प्र0 अपर निदेशक बी० डी० चौधरी, कार्यक्रम नियन्त्रक / उप निदेशक डॉ० नीरजा गुप्ता, कार्यक्रम प्रभारी / सहायक निदेशक डॉ० रंजना सिंह, सहायक कार्यक्रम प्रभारी / सहायक निदेशक डॉ० वरुण चतुर्वेदी, शोध सहायक डॉ0 विनीता सिंह, संकाय सदस्य डॉ० अलका शर्मा की प्रमुख भूमिका है।
