मोहनलालगंज ब्लाक प्रमुख चुनाव में उतरे अंकुर द्विवेदी बने युवा क्षेत्र पंचायत सदस्यो की पहली पंसद,भरपूर मिल रहा समर्थन)
(विकास के पांच मूल मंत्र लेकर घर-घर जाकर क्षेत्र पंचायत सदस्यो से रहे मिल)
मोहनलालगंज।मोहनलालगंज ब्लाक प्रमुख के चुनाव में युवा प्रत्याशी अंकुर द्विवेदी विकास के पांच मूल मंत्रो के साथ चुनाव मैदान में उतरकर कार्यकर्ताओ संग सोशल डिस्टेसिगं का पालन करते हुये क्षेत्र पंचायत सदस्यो के घर-घर पहुंचकर उनसे सम्पर्क कर समर्थन व वोट मांग रहे है।अंकुर चुनाव जीतने के बाद बीडीसी सदस्यो से समांजस्य स्थापित कर क्षेत्र के गांवो में विकास की गंगा बहाने का वादा भी कर रहे है।युवा अंकुर द्विवेदी ने अपने को ब्लाक प्रमुख पद के लिये भाजपा से उपयुक्त प्रत्याशी बताते हुये टिकट का आवेदन भी किया है,जब कि उनके विरोध में चुनाव मैदान में उतरे भाजपा के मौजूदा जिला उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शुक्ला भी कार्यकर्ताओ संग क्षेत्र पंचायत सदस्यो के घर पहुंचकर रिझाने में जुटे है,हालाकि की अकुंर द्विवेदी युवा बीडीसी सदस्यो की पहली पंसद बनकर उभर रहे है ओर उन्हे युवा बीडीसी सदस्यो का भरपूर्ण समर्थन भी मिल रहा है,मोहनलालगंज ब्लाक में 108क्षेत्र पंचायत सदस्य है,जिसमें से इस बार महिला/पुरूष मिलाकर 90के करीब सदस्य युवा है।युवा अकुंर द्विवेदी की ब्लाक प्रमुख पद पर इस लिये भी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है क्यो की उनकी परिवारिक पृष्ठभूमि भी राजनैतिक है,उनके बाबा चंद्रभाल द्विवेदी दो बार ब्लाक प्रमुख व चाचा चन्द्र भूषण द्विवेदी एक बार ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख रह चुके है,जिस का भी बीडीसी वोटरो पर प्रभाव पड़ रहा है,क्यो की इनके बाबा ने ब्लाक प्रमुख रहते हुये क्षेत्र में विकास की गंगा बहाने के साथ अपने प्रयासो से गांवो में बिजली पहुंचने का काम किया था।युवा अंकुर द्विवेदी ने कहा कि वो विकास के पांच मूल मंत्रो के साथ चुनाव मैदान में उतरे है,सभी पंचायत सदस्यो से सामंजस्य स्थापित कर गांवो के मार्गो को सीसी/इंटरलाकिग कराकर मुख्य मार्गो से जोड़ने,पीने के लिये स्वच्छ पानी उपलब्ध कराने के लिये सरकारी हैंडपम्प,वृहद स्तर पर गांवो में वृक्षारोपण,गांवो में रोशनी के लिये स्ट्रीट लाइटे लगवाने का काम करने के साथ पात्रो को सरकारी योजनाओ का लाभ पहुंचाने का प्रयास करेगे।
परिवारवाद की राजनीति किनारे हुयी तो मिलेगा टिकट…..
युवा अकुंर द्विवेदी जिस तरह से दिन रात एक कर कार्यकर्ताओ संग क्षेत्र पंचायत सदस्यो से सम्पर्क कर विकास के एजेंडे को आगे कर उन्हे रिझाने में जुटे है जिसके चलते उनके विरोधी प्रत्याशियों व समर्थको की धड़कने भी बढी है,हालाकि भाजपा ने अपने मुख्य एजेंडे को ध्यान में रखते हुये परिवारिवाद की राजनीति को बढावा ना दिया तो युवा अकुंर द्विवेदी को टिकट मिलना भी पक्का माना जा रहा है,क्यो की उनके विरोध में चुनाव मैदान में उतरे ओम प्रकाश शुक्ला व उनका बेटा अर्जुन शुक्ला दोनो ही भाजपा में पदाधिकारी है।