उरई : जिले में कदौरा व डकोर ब्लाक में जो बालू के खनन चल रहे हैं। उनमें जिले के लोकेशन माफियाओं का बहुत बड़ा गिरोह सक्रिय रहता है। जो कि अधिकारियों की रैकी करने के साथ ही घाटों से बगैर एमएम-11 के भी बालू लोड करवाकर ट्रकों को जिले के बाहर तक पहुंचाने का काम करता है।
जिले में इस समय बेतवा नदी से करीब 8 पट्टों से अवैध खनन हो रहा है। जिसमें घाट से ट्रकों में ओवरलोड बालू भरी जा रही है। वहीं से ट्रकों को बाहर निकलवाने तक में लोकेशन माफियाओं का एक पूरा गिरोह सक्रिय है। जिनके तार सीधे एआरटीओ के साथ खनिज विभाग के कर्मचारियों से जुड़े रहते हैं। जो कि अधिकारियों के आसपास की लोकेशन भी रखते हैं जिससे कि पता चल सके कि किस दिन कहां पर चेकिंग होनी है। हालत यह है कि जब कभी चेकिंग होती है तो यह लोकेशन माफिया विभिन्न जगहों पर बैठकर ट्रकों के पहिए चेकिंग के दौरान जहां के तहां रुकवा देते हैं जिससे कुछ ही ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई हो पाती है।
खदानों से बगैर एमएम-11 के भरी जाती मौरंग
जिले में कदौरा व डकोर ब्लाक में संचालित बालू पट्टों से लोकेशन माफिया सेटिंग करके सीधे ट्रकों में बगैर किसी कागजात के बालू भरवा देते हैं। इसके बाद सीसीटीवी कैमरा व धर्मकांटा से बचाते हुए इन ट्रकों को को दूसरे रास्ते से जिले के बाहर तक भिजवाने का काम भी यह लोकेशन माफिया करते हैं। इसके बाद भी इन माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।
यह लोग रहते लिप्त
जिले में बालू खनन की लोकेशन में जिले के खली बली, विश्नोई (चार खंभा), नरेंद्र करमेर रोड, संतोष, मामू, रईस, आरके विश्वकर्मा सहित कई लोग लिप्त रहते हैं जो कि दिन रात हाईवे पर चक्कर लगाते नजर आते हैं। यह अधिकारियों के कर्मचारियों की जेबें गर्म करके अपने खेल को बखूबी अंजाम देते हैं और इन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हो पाती है।
नाम बदलकर करते अवैध काम
जिले में जो लोकेशन माफिया हैं वह नाम बदलकर कई अवैध कामों में भी लिप्त रहते हैं। लोकेशन माफिया नरेंद्र नाम बदलकर अवैध काम करता है जिससे उस पर कार्रवाई नहीं हो पाती है।