–आबादी की जमीन पर 40 सालों से रह रहे थे लाभार्थी
–आस्था के नाम पर कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर कुप्रचार
मोहनलालगंज।संवाददाता
निगोहां में आबादी की जमीन पर प्रधानमंत्री आवास के निर्माण में रोक लगाने के मामले ने सोमवार को और तूल पकड़ लिया।आवास पाने वाले लाभार्थियों ने सोमवार को क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री के आवास पहुंचकर आवास निर्माण कराने की गुहार लगायी।जिस पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने एसडीएम को त्वरित पीड़ितों को राहत देने के निर्देश दिए है।
निगोहां-नगराम मोड़ के निकट आबादी की जमीन पर पिछले चालीस सालों से झोपड़ी व कच्चे मकान बनाकर करीब पंद्रह परिवार निवास कर रहे है।जिनके पास बकायदा बिजली कनेक्शन समेत आधार व राशन कार्ड भी मौजूद है।इधर कुछ दिन पहले वहीं रहने वाली रेशमा, शान्ति, किरन, सुमन, रामभरोसे को प्रधानमंत्री आवास निर्माण कराने के लिये पैसा मिला।जिसके बाद लाभार्थियों ने अपने आवास का निर्माण शुरू किया।जिस पर निगोहां के कुछ लोगों ने आकर पास के हनुमान मंदिर की जमीन बताकर निर्माण कार्य रुकवा दिया।तभी से निर्माण बन्द था।इसी बीच मामला थाना समाधान दिवस में भी मामला पहुंचा तो वहां मौजूद नायब तहसीलदार ने आबादी का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया।इससे परेशान पीड़ितों ने *सीएम पोर्टेल* पर शिकायत करने के साथ सोमवार केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के आवास पहुंचकर आवास निर्माण करने की गुहार लगायी।जिस पर केंद्रीय राज्यमंत्री ने एसडीएम मोहनलालगंज को इस मामले का त्वरित निस्तारण करने का निर्देश दिया। एसडीएम हनुमान प्रसाद ने बताया पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोनों पक्षों की बात सुनकर जो सही होगा वही किया जाएगा।
मंदिर और आस्था के नाम पर सोशल मीडिया पर कुप्रचार—–
ग्राम प्रधान अभयकांत दीक्षित ने बताया कि निगोहां में हनुमान मंदिर आबादी की 119 गाटा संख्या पर बना हुआ है।और शेष भूमि खाली पड़ी है।और लाभार्थी गाटा संख्या 118 पर दशकों से रह रहे थे, उसी पर निर्माण करा रहे है।वही कुछ लोग बेवजह मंदिर और आस्था के नाम पर राजनीति कर गरीबों के आवास निर्माण पर अड़ंगा लगा कर सोशल मीडिया पर मंदिर और आस्था की दुहाई देकर कुप्रचार कर रहे है। इस विवाद को लेकर ग्रामीण भी निंदा कर रहे है।