संवाददाता मोहनलालगंज।
मोहनलालगंज, लखनऊ।
श्री कालेवीर बाबा मन्दिर प्रांगण में चल रही शिव महापुराण की पावन कथा के छठे दिन आज कथा व्यास शिवम दीक्षित ने माता पार्वती की विदाई, कार्तिकेय जन्म, तारकासुर वध, श्री गणेश जन्म, विद्युतमाली तारकाक्ष व कमलाक्ष वध, गजासुर उद्धार तथा महिषासुर वध की रोचक कथा का रसपान सभी भक्तों को कराया।
कथा व्यास शिवम दीक्षित ने शिव पार्वती विवाह के उपरान्त की कथा को आगे बढ़ाते हुये कहा कि तारकासुर एक अत्याचारी असुर था जो तार का पुत्र तथा तारा का भाई था । तारकासुर ने ब्रह्मा से वर पाने के लिए घोर तपस्या की तथा ब्रह्मदेव को खुश करके वर प्राप्त किया तथा वर प्राप्ति के बाद तारकासुर और भी अत्याचारी बन गया । ब्रह्मदेव के वरदान के अनुसार तारकासुर केवल शिवजी के पुत्र के अलावा किसी से भी नही मर सकता था इसलिए भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ और तारकासुर का उन्होंने वध किया। श्री गणेश जन्म की कथा को बताते हुये कथा व्यास शिवम दीक्षित ने कहा कि माता पार्वती की जया और विजया नाम की दो सखियाँ थीं उन्होंने माँ पार्वती से कहा कि हे सखी ये सभी रूद्र गण प्रभु की आज्ञा में सदैव तत्पर रहते हैं । असंख्य गणों में भी हमारा कोई नहीं हैं। आप हम सभी के लिए भी एक गण की रचना कर दीजिये । माता पार्वती ने सखियों की बातें सुन कर मन ही मन विचार किया और उबटन के मैल से एक चैतन्य बालक का निर्माण किया जो गणपति कहलाये। कालान्तर में भगवान भोलेनाथ ने अत्याचारी व दुराचारी विद्युतमाली तारकाक्ष व कमलाक्ष का वध किया।
यज्ञाचार्य आदित्य द्विवेदी एवं राजेश बाजपेयी ने मुख्य यजमान गोपाल शुक्ला तथा सह यजमान सतीश मिश्र, कमलेश द्विवेदी, हरि गोविन्द मिश्र, राज कुमार अवस्थी, राम किशोर बाजपेई से विधिवत पूजन पाठ कराया।
कथा व्यास शिवम दीक्षित तथा उनके सहयोगी संगीतकार सूरज द्विवेदी, दीपक अवस्थी एवं गोवर्धन तिवारी ने ” डम डम डमरू वाला बड़ा है मतवाला और घर में पधारो गजानन मेरे घर में पधारे ” गाकर सभी भक्तों को भावविभोर कर दिया। शिव महापुराण कथा के इस पावन अवसर पर पत्रकार अखिलेश द्विवेदी, अवनीश पाण्डेय, मुकेश द्विवेदी, ललित दीक्षित, नवीन वर्मा, राघवेन्द्र तिवारी, अनुराग तिवारी एवं मन्दिर समिति के प्रबन्धक देवेन्द्र पाण्डेय, विजय द्विवेदी, बसन्त मिश्र तथा शिक्षक अतुल पाण्डेय, देवी शंकर त्रिवेदी, अजय शुक्ला और पुजारी अशोक दीक्षित,सचिन उपाध्याय अंकित मिश्रा नवनीत विश्वजीत सूर्य कुमार व गुड्डू दीक्षित सहित बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।
