मुख्य विशेषताएं:
- राकेश टिकैत पश्चिम बंगाल से लौटने के बाद मप्र में किसानों को संबोधित करते हैं
- टिकैत ने मप्र के रीवा जिले में किसान महापंचायत की
- टिकैत ने कहा कि नाटक की शुरुआत पश्चिम बंगाल में हुई है
- उन्होंने किसानों से आंदोलन को मजबूत करने की अपील की
रेवा
पश्चिम बंगाल से लौट रहा किसान नेता राकेश टिकैत रीवा में किसानों को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। टिकैत ने कहा है कि नाटक की शुरुआत पश्चिम बंगाल में हुई है। वहां सरकार किसानों से चावल मांग रही है, लेकिन किसान चावल के बदले एमएसपी की बात करेगा। राकेश टिकैत को सुनने के लिए हजारों किसान रीवा पहुंचे। उन्होंने किसानों से बैरिकेड्स तोड़ने और कलेक्ट्रेट में प्रवेश करने को भी कहा।
राकेश टिकैत ने किसानों को कृषि कानूनों के बारे में समझाया है। साथ ही सरकार से बिल को वापस लेने की मांग की है। किसान नेता ने कहा कि अगर सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती है, तो किसानों की ओर से भारी आंदोलन किया जाएगा। साथ ही, आने वाले दिनों में यह आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा।
टिकैत ने रीवा के किसानों से कहा कि अब रीवा के किसानों के लिए कलेक्ट्रेट संसद है, जिसके लिए कलेक्ट्रेट में बैरिकेडिंग को तोड़ना होगा। उसके बाद किसानों को कलेक्ट्रेट में प्रवेश करना है। एमएसपी के लाभों के साथ, उनकी फसलें बाजार में बेची गईं।
किसान महापंचायत राकेश टिकैत ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल चुनाव में सरकार घर-घर जाकर चावल मांग रही है। किसान सरकार को चावल देकर एमएसपी के बारे में बात करेंगे। टिकैत ने सरकार के साथ बातचीत के लिए कोई ठोस जवाब नहीं दिया। साथ ही उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। जब वार्ता होगी, तो टिकैत ने कहा कि यह नवंबर-दिसंबर में होगा।
टिकैत ने एमपी के किसानों से कहा कि आप भी दिल्ली आएं और वहां आंदोलन को मजबूत करें। 15 मार्च को राकेश टिकैत जबलपुर में किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। टिकैत ने सबसे पहले श्योपुर में महापंचायत को संबोधित किया। वह तब से लगातार एमपी में सक्रिय हैं।
