1) क्षेत्र पंचायत की बैठक में पूर्व प्रमुख सुरेंद्र विक्रम सिंह ने बीडियो एनआरपी व कंप्यूटर ऑपरेटर विनय त्रिपाठी पर लगाया आरोप कहा जिस ग्राम पंचायत में तीनों लोगों की होती है ठेकेदारी सिर्फ वही के होते हैं मनरेगा भुगतान
2) बैठक में विधायक ने भी ठेकेदारी बंद करने को एनआरपी मनोज श्रीवास्तव को लगाई फटकार
3) एनआरपी मनोज श्रीवास्तव के द्वारा उन्ही ग्राम पंचायतों के स्टीमेट स्वीकृत किए जाते हैं जिनका कमीशन एडवांस मिल जाता है
4) क्षेत्र पंचायत की बैठक हुई राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में तब्दील
5) दो तिहाई से अधिक क्षेत्र पंचायत सदस्य नहीं पहुंचे बैठक में तो कुछ ने लगाया एजेंडा प्राप्त न होने का आरोप
6) खतरे में ब्लाक प्रमुख एलिया की कुर्सी
संवाददाता खबर दृष्टिकोण ऐलिया सीतापुर
विकास खंड ऐलिया सभागार में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक आज दिनांक 29-8-2022 दोपहर 12:00 बजे से प्रमुख क्षेत्र पंचायत के द्वारा बुलाई गई थी बैठक में विधायक से लेकर सांसद को एजेंडा भेज कर शामिल होने के लिए कहा गया था इसमें सांसद किसी कारणवश उपस्थित नहीं हो सकी बैठक में क्षेत्रीय विधायक शशांक त्रिवेदी उपस्थित हुए बैठक में क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष शामिल ना हो सकी उनके स्थान पर उनके प्रतिनिधि पति श्री संजय सिंह शामिल हुए विधायक के निर्देश पर बैठक की कार्यवाही प्रारंभ की गई स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बन रहे शौचालय पर चर्चा व एन. आर.एल. एम. के तहत गठित समूह आवास योजना आदि होते हुए मनरेगा के कार्यों पर चर्चा शुरू हुई इस बीच पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र बिक्रम सिंह हमलावर होते हुए खंड विकास अधिकारी विकास सिंह एनआरपी मनोज श्रीवास्तव व कंप्यूटर ऑपरेटर विनय त्रिपाठी पर आरोपों की झड़ी लगा दी कहा की विकास खंड में मनरेगा के तहत भुगतान में 60:40 के अनुपात को लागू नहीं किया जा रहा है एनआरपी मनोज श्रीवास्तव की बखिया उधेड़ते हुए कहा कि एनआरपी मनोज श्रीवास्तव को जब तक किसी कार्य का एडवांस कमीशन प्राप्त नहीं हो जाता है तब तक वह उस कार्य को स्वीकृत नहीं करते हैं और ना ही उसका प्रथम सिग्नेचर डोंगल लगाते हैं विकास खंड के जितने भी भुगतान हुए हैं या तो उसमें मनोज श्रीवास्तव खंड विकास अधिकारी व विनय त्रिपाठी कि सीधे तौर पर हिस्सेदारी होती है या फिर उनकी स्वयं की फर्म वहां पर फिड़ होती है आलम यह है कि जिसका भी कमीशन एडवांस में जमा है भुगतान उसका ही होना है इस पर महोली विधायक शशांक त्रिवेदी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा हर हाल में आगे से ब्लॉक के अंदर ठेकेदारी प्रथा बंद होनी चाहिए अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें सरकार की स्पष्ट नीतियां है कि भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस सरकार की नीतियों से चाहे अधिकारी हो या कर्मचारी किसी से समझौता नहीं किया जाएगा वहीं सूत्रों की माने तो क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक में न शामिल होने के साफ संदेश है कि आने वाले समय में वर्तमान ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है वहीं दूसरी तरफ राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं अमरेंद्र सिंह इससे पूर्व भी वह अविश्वास प्रस्ताव लाकर ही ब्लॉक प्रमुख बने थे
