प्रयागराज, । गंगा जल भरने के लिए प्रतापगढ़ में मानिकपुर के शाहाबाद तट पर आए अमेठी के दो कांवड़िए नहाने के दौरान गंगा में समा गए। एक को तो बचा लिया गया, पर दूसरे का पता नहीं चल सका है। सोमवार दोपहर करीब सवा दो बजे में गंगा में उतरने से कुछ पल पहले शिव भक्त ने फोटो खिंचाई थी। इस शिव भक्त को देर शाम तक गोताखोर नहीं खोज सके थे।अमेठी के भीमीपुर निवासी 32 वर्षीय अजीत प्रताप सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह रविवार को अपने साथियों के साथ कांवड़ में जल भरने के लिए आया था। घाट पर सबने मोबाइल से सेल्फी ली, एक-दूसरे की फोटो खींची। इसके बाद अजीत नहाने के लिए गंगा में उतरा ही था कि तेज बहाव के कारण उसका और साथी लवकुश विश्वकर्मा पुत्र देव नारायण का संतुलन बिगड़ गया। दोनों तेज धारा में बहने लगे। साथियों की मदद से लवकुश को जैसे तैसे बाहर निकाल लिया गया, लेकिन अजीत प्रताप गहरे पानी में समा गया।घाट पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। जत्थे में आए अजीत के चचेरे भाई देवेंद्र प्रताप ने बताया कि हम सभी मोटरसाइकिल से आए थे। मानिकपुर में पूजन का सामान और कांवड़िया वस्त्र लेकर गंगा स्नान के लिए घाट पर पहुंचे थे कि हादसा हो गया। इसकी जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उक्त युवक की खोज शुरू कर दी, लेकिन शाम तक उसका पता नहीं चल सका था। मानिकपुर थानाध्यक्ष मनीष पांडेय ने बताया कि जानकारी होते ही गोताखोरों को लगा दिया गया। वह नाव और जाल लेकर खोजते रहे।