संबंधित लेखपाल को पता नहीं है जान कर भी बन बैठे हैं अनजान
बाबा जी की सरकार की नीतियों पर कब खरा उतरेगा प्रशासन
अजय सिंह
सीतापुर। ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का सिलसिला किस तरीके से चलता है यह तो सभी को पता है की हर योजना दुधारू गाय की तरीके से उपयोग की जाती है यहां तक कि गरीबों के आवासों में भी भ्रष्टाचार के समाचार कभी कभार सामने आ जाते हैं लेकिन अब जनप्रतिनिधि अलग हटकर काम करते हुए नजर आ रहे हैं यहां तक कि ग्राम पंचायतों में जमीने और तालाब को भी निशाना बनाया जा रहा है, अपने हक के लिए क्योंकि जब उनके ही जानने वाले सभी हैं तो शायद यही लाभ उठाने का समय है बताते चलें कि ऐसा ही मामला काफी इन दिनों बातों ही बातों में चर्चित हो रहा है।मामला तहसील व विकासखंड लहरपुर की ग्राम पंचायत जगमालपुर का बताया जा रहा है, जहां पर यह कहा जा रहा है कि मौजूदा वर्तमान के ग्राम प्रधान का कब्जा तालाब पर हुआ यही नहीं तालाब पर कब्जा करने के बाद उस पर मकान का निर्माण किया जा चुका है। अब इस कथन में कितनी सत्यता है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन जिस तरीके से उत्तर प्रदेश के योगी सरकार का स्पष्ट निर्देश है की जमीनों और तालाब पर कब्जा करने वालों पर तत्काल कार्यवाही की जाए, क्या यह हो सकेगी? क्या संबंधित लेखपाल को इस बात की जानकारी नहीं है की प्रधान का मकान का तालाब की भूमि पर बना है या फिर जान कर भी अंजान बने हुए हैं। आखिर कार्यवाही ऐसा करने वालों पर कब होगी? फिलहाल इसका तो पता नहीं,अब जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।