नई शिक्षा नीति नई पीढ़ी को सुनहरे भविष्य की ओर ले जाने में समर्थ
लखनऊ,। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने स्किल इण्डिया मिशन को गति देने की अपील की है। राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति नई पीढ़ी को सुनहरे भविष्य की ओर ले जाने में समर्थ है।
राज्यपाल ने नई दिल्ली में एसोसिएटेड चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री ऑफ इण्डिया (एसोचैम) द्वारा आयोजित 15वें अन्तर्राष्ट्रीय एजुकेशन एण्ड स्किल डेवलपमेन्ट समिट में सहभाग किया। अपने सम्बोधन में आनंदीबेन पटेल ने कहा कि एसोचैम संगठन से जुड़े महानुभाव जिस प्रकार देश के औद्योगिक विकास में योगदान दे रहे हैं, उसी प्रकार युवाओं के कौशल विकास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दें। आज प्रत्येक क्षेत्र में भारत के युवा अपना परचम लहराने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन एसोचैम भारतीय उद्योग और व्यावसायिक गतिविधियों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में, विशेषकर उच्च शिक्षा के उत्थान की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए एक स्मार्ट और कुशल श्रम समाधान भारत दे सके, यह हमारे नौजवानों की कौशल रणनीति के मूल में होना चाहिए। तेजी से प्रौद्योगिकी बदल रही है, ऐसे में आने वाले वर्षों में कुशल लोगों की मांग तेजी से बढ़ेगी। इसलिए हमारे युवाओं को अपने कौशल को और निखारने का प्रयास अनवरत करना चाहिए। युवा कौशल विकास के जरिए खुद को और देश को आत्मनिर्भर बनाएं। राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पुस्तकीय ज्ञान के साथ ही विद्यार्थियों को स्कूल और उच्च शिक्षा में व्यावसायिक और कौशल शिक्षा के पाठ्यक्रमों से दीक्षित किए जाने पर जोर दिया गया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नई शिक्षा नीति नई पीढ़ी को सुनहरे भविष्य की ओर ले जाने में समर्थ है। इसलिए शैक्षिक संस्थान विद्यार्थियों के कौशल विकास को प्राथमिकता देकर उन्हें उद्यमिता के लिये तैयार करें। इस अवसर पर यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एमजे कुमार, एआईसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल डी. सहस्रबुद्धे, सनस्टोन एजुकेशन के सह-संस्थापक पीयूष नंगरू एसोचैम के अध्यक्ष सुमंत सिन्हा, एसोचैम के चेयरमैन कुंवर शेखर विजेंद्र सहित देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति, कुलपति, प्राचार्य, डीन, निदेशक, शिक्षाविद् और छात्र भी उपस्थित थे।