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उपजिलाधिकारी लहरपुर के संज्ञान में पहुंचा मामला, हो सकती है बड़ी कार्यवाही

 

एडीओ लहरपुर रमेश मिश्रा की भूमिका पर उठ रहे सवाल

गौवंश मौत मामले में बनी चर्चित हवा,होना चाहिए प्रधान-सचिव पर मुकदमा दर्ज

अकेचनपुर-फरीदपुर गौवंश मौत मामले ने पकड़ता जा रहा तूल

अजय सिंह

सीतापुर।गौशालाओं के निर्माण और गोवंशों की देखरेख के लिए तेजी से ग्राम स्तर हो रहा है और कहीं-कहीं यह क्रियाशील भी हैं। प्रदेश सरकार के सख्त दिशा निर्देश हैं कि हर हाल गौवंशों को बचाया जाए,जिसपर सरकारी धन भी खर्च हो रहा है। लेकिन उसके बावजूद भी जिस तरीके का रवैया है यह देखने वाला है,की मनमाना सरकार से धन लेकर ग्राम पंचायत में खर्च किया जा रहा है,उपरांत काम वैसा नहीं दिख रहा है, जैसा की होना चाहिए। विकास खंड लहरपुर की ग्राम पंचायत अकेचनपुर-फरीदपुर में गोवंशों का जो मामला वायरल वीडियो के जरिए प्रकाश में आया है चौकाने वाला है,जो साफ कर रहा है,की शासन द्वारा दिया गया धन गौवंशों की देखरेख में खर्च हो रहा है या प्रधान कलीम और सचिव वंदना त्रिवेदी की जेब में जा रहा है,बड़ा सवाल है?अकेचनपुर फरीदपुर में गौवंशों की मौत का मामला अगर तूल पकड़ता दिख रहा तो दूसरी ओर मामले की जानकारी होने के बाद एडीओ लहरपुर रमेश मिश्रा के झूठी कहानी बताकर मामले पर रफादफा करने का प्रयास लग रहा।जिससे ऐसा लग रहा है की प्रधान व सचिव के बचाव में एडीओ लहरपुर पूरी तरह उतर आए हैं,क्योंकि इस मामले में अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जबकि चर्चा है मृत गौवंशों के मौत का कारण को पता न लगाना यह गम्भीर बिषय है,अगर गौवंशों को दफनाया गया तो उससे पूर्व पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया,क्या इससे सत्यता बाहर आ जाती कहने का तात्पर्य है पोस्टमार्टम अगर मृत गौवंशों का होता तो मौत का सही कारण पता चल जाता जो प्रधान व सचिव वंदना त्रिवेदी के लिए घातक हो सकता था शायद इसी के चलते पोस्टमार्टम से परहेज किया गया।बाते यह हो रही हैं यह गोवंशों की मौतें प्राकृतिक नहीं है, इसपर प्रधान कलीम व सचिव वंदना त्रिवेदी की अनदेखी है या कह लीजिए भ्रष्टाचार का है?जिससे यह गोवंशों की मौत हुई, इन पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए? इन सभी सवालों को लेकर एडीओ पंचायत लहरपुर रमेश मिश्रा की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है क्योंकि अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही की पहल नहीं हुई है जबकि सरकार पहले ही सख्त निर्देश दे चुकी है कि कोताही पर बख्शा नहीं जाएगा,तो कार्यवाही क्यों नहीं हुई,कार्यवाही में साहब की हीला हवाली क्यों?कोई जांच हो रही है या एडीओ साहब के झूठ पर फिर एक झूठ सुनने में आ रहा है की जांच हो रही,कार्यवाही बाद में होगी,बड़ा सवाल बन उभर रहा है। अब मामला उपजिलाधिकारी लहरपुर की चौखट पर भी पहुंच चुका है क्योंकि बताते चलें कि उप जिला अधिकारी को मामले का संज्ञान हो चुका है,क्या कार्यवाही होगी आगे ज्ञात होगा।

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