मोहनलालगंज लखनऊ
नगराम क्षेत्र के अनैया खरगापुर गांव में पिछले 7 दिनों से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर हवन व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जो देर शाम तक चलता रहा क्षेत्र के खरगापुर गांव में पिछले एक सप्ताह से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के समापन अवसर पर आयोजित हवन और पूजन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया । इस दौरान हरदोई जिले से आए कथा व्यास पंडित महेश चन्द्र ने सात दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद् भागवत कथा की महिमा बताई उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा परम पूज्य महेश चन्द्र ने कहां की हवन यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ वित्त को आत्मिक बल मिलता है । व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भवसागर से पार जाता है । उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात, तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं । हर कथा या अनुष्ठान का तत्व सार होता है जो मन बुद्धि व चित्त को निर्मल कर देता है।मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है , कथा समापन के दिन सोमवार को विधि विधान से पूजा करवाई दोपहर में यज्ञ के बाद देर शाम तक भंडारा लगाकर प्रसाद बांटा गया । भंडारे में आशीष भारद्वाज, सतीश भारद्वाज, जिला पंचायत सदस्य अमरेन्द्र भारद्वाज, फूलचंद्र , नगराम कस्बा निवासी सतीश शर्मा , अमरदीप, घनश्याम, जितेंद्र, सर्व श्री पवन भारद्वाज, पारसनाथ, मयंक द्विवेदी सहित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।