कपास की बोरियों के बीच छिपाकर तस्करी का गांजा लाया गया था
कपास की बोरियों के बीच 40 बोरी में गांजा छिपाकर रखा था
गांजा के अलावा 3200 नकदी दो मोबाइल बरामद
आगरा, । ट्रक में कपास की बोरियों के बीच छिपाकर ओडिशा से तस्करी का गांजा लाया गया था।एसटीएफ और पुलिस ने चेकिंग में ट्रक को रोककर 12.31 कुंतल गांजा बरामद कर लिया। मौके से चालक और क्लीनर समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपित राजस्थान में गांजे की खेप पहुंचाने जा रहे थे।एसटीएफ लखनऊ की टीम द्वारा सूचना मिली थाना क्षेत्र से एक ट्रक में बड़ी मात्रा में तस्करी का गांजा ले जाया जा रहा है। एसटीएफ टीम और इंस्पेक्टर बाह मनोज कुमार ने शुक्रवार को जरार पुलिस चौकी पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इटावा की ओर से आ रहे ट्रक को रोककर चेक किया तो उसके अंदर कपास की बोरियों के बीच 40 बोरी में गांजा छिपाकर रखा था। पुलिस ने गांजे को कब्जे में ले लिया। इसमें 12.31 कुंतल गांजा निकला।पुलिस ने मौके से चालक कौशांबी के मोहम्मदपुर निवासी दिलीप कुमार, सह चालक फतेहपुर में रेहुआपुरा निवासी विष्णु दत्त और क्लीनर दिव्यांशु को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आराेपितों से पूछताछ में पता चला कि गांजा ओडिशा के के सोनपुर जिले के जंगलों से बिहार के भोजपुर निवासी विट्टू ने भेजा था। इसे भरतपुर राजस्थान बार्डर पर रेलवे कालोनी भरतपुर निवासी राजकुमार को दिया जाना था। आरोपितों से उनसे गांजा के अलावा 3200 नकदी दो मोबाइल बरामद हुए हैं। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसटीएफ के अलावा प्रभारी निरीक्षक बाह मनोज कुमार, एसआइ आशुतोष सिंह, कांस्टेबल उपेंद्र कुमार, अनुरुद्ध कुमार, पंकज कुमार, मनीष रहे।गांजा तस्करों ने चालक को रुपयों का लालच दिया था। उसे एक चक्कर में ही 50 हजार रुपये और परिचालक को 15 हजार रुपये मिलने थे। आरोपितों ने बताया कि वे पहली बार ही ट्रक में गांजा लाए थे। पुलिस अभी उनसे और पूछताछ कर रही है। चालक ने बताया उसे एक खेप पहुंंचाने के 50 हजार व परिचालक को 15 हजार रुपये मिलते हैं।