कंपनी में निवेश करने पर रकम को डेढ़ गुना करने का लालच दिया
प्रयागराज, । सिविल लाइंस में दफ्तर खोलने के बाद तमाम निवेशकों से लाखों की ठगी करके एक और कंपनी भाग गई है। गाढ़ी कमाई की रकम डूबने लोग बेहद परेशान हैं। पैसा मांगने पर धमकी मिलने के बाद प्रतियोगी छात्र पंकज यादव, रिटायर रेलकर्मी नरेश चंद्र यादव व मोहम्मद तसलीम ने पुलिस को शिकायत दी। उसके आधार पर सिविल लाइंस पुलिस ने स्काई विजन इंफ्रा कंपनी के मालिक राकेश यादव, मैनेजर खुशबू खान, एकाउंट मैनेजर धीरज व बाउंसर सैफ खान के खिलाफ धोखाधड़ी, धमकी का मुकदमा कायम करते हुए जांच शुरू किया है। कंपनी का मालिक देवरिया जिले के भटनी अलावलपुर का रहने वाला है।मूलरूप से आजमगढ़ के बहाउद्दीनपुर मझौरा निवासी पंकज यादव यहां रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता है। उसका आरोप है कि वर्ष 2019 में सहपाठी परवेंदु के जरिए उसकी मुलाकात राकेश यादव से हुई थी। तब राकेश ने आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करने व कंपनी में निवेश करने पर रकम को डेढ़ गुना करने का लालच दिया। वह झांसे में फंस गया। फिर सिविल लाइंस के स्टेनली रोड लक्ष्मी कांपलेक्स स्थित दफ्तर में पहले ढाई लाख रुपये जमा किए। इसके बाद कुछ अन्य साथियों, रिश्तेदारों से लेकर कुल 17 लाख 95 हजार रुपये निवेश किया। कंपनी की ओर से उसे कुछ चेक दिए गए, जो बाद में बाउंस हो गए। यह भी आरोप है कि स्कीम की मियाद पूरी होने पर पैसा मांगने गया तो धमकी दी गई। करीब एक माह पहले कंपनी का दफ्तर भी बंद हो गया। वहां के सभी कर्मचारी न जाने कहां चले गए।पंकज यादव के अलावा गायत्री नगर निवासी नरेश यादव ने कंपनी से जमीन खरीदने के लिए 35 लाख रुपये और अटरामपुर के मो. तसलीम ने भी भूखंड के लिए नौ लाख रुपये दिए थे। मगर उनका भी पैसा हड़प लिया गया। पंकज ने बताया कि उनकी तरह करीब 22 लोग हैं, जिनका लाखों रुपये लेकर कंपनी भाग गई है। पैसा मांगने पर उसे पिस्टल सटाकर धमकी दी गई थी। कंपनी का मालिक बघाड़ा में कहीं रह रहा है और फिर से छात्रों को अपने झांसे में फंसाने का प्रयास कर रहा है।