संवाददाता रघुनाथ सिंह खबर दृष्टिकोण लखनऊ
विश्व दुर्लभ रोग दिवस 2022
एसजीपीजीआईएमएस के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी प्रशिक्षुओं (सीएचओ) द्वारा शहरी उप-केंद्र, सदर, लखनऊ में फरवरी 2022 को विभिन्न गतिविधियों के साथ डॉ कृति सक्सेना, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, यूपीएचसी, सदर के सहयोग से मनाया गया। यह गतिविधि कॉलेज ऑफ नर्सिंग के सहयोग से अस्पताल प्रशासन विभाग एसजीपीजीआईएमएस द्वारा आयोजित की गई थी। इस गतिविधि के कार्यक्रम समन्वयक डॉ आर हर्षवर्धन, प्रमुख, अस्पताल प्रशासन विभाग, एसजीपीजीआईएमएस के साथ श्रीमती शबाना खातून, प्रिंसिपल कोलाज ऑफ नर्सिंग, धिखिल सी डी, गुणवत्ता नर्स समन्वयक, विभाग अस्पताल प्रशासन द्वारा कार्यान्वित थीं।
अब तक 7000 से अधिक दुर्लभ बीमारियों की पहचान की जा चुकी है। फिर भी इन रोगों के निदान और उपचार की सुविधा जनता के लिए इतनी आसानी से उपलब्ध नहीं है। बीमारी का बोझ न केवल वित्तीय कठिनाई लाता है; यह व्यक्ति और परिवार के सामाजिक स्वास्थ्य पर भारी प्रभाव डालता है। चूंकि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी ग्रामीण भारत के स्वास्थ्य परिदृश्य को बदल रहे हैं, इसलिए समुदाय में दुर्लभ बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सदर, लखनऊ में इस जागरूकता कार्यक्रम की योजना बनाकर क्रियान्वित किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन यूपीएचसी सदर की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ कृति सक्सेना ने किया। उन्होंने विभिन्न दुर्लभ बीमारियों और इन बीमारियों की पहचान करने और उन्हें समय पर उपचार और रेफरल सेवाएं प्रदान करने में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कुछ दुर्लभ रोगों के विभिन्न लक्षणों और लक्षणों के बारे में भी बताया और तुरंत क्या किया जाना चाहिए।
श्री धिखिल सी डी, दुर्लभ बीमारी की घटना की पहचान करने
