कालपी जालौन ।।लोकेशन माफियाओं की स्कारपियो समेत कई लक्जरी गाड़ियां बनी ओवरलोड ट्रकों के लिए सुरक्षा कवच*
रात भर लोकेशन माफियाओं की गाडियां ढावो समेत कई स्थानों में खड़े होकर देते है पुलिस की लोकेशन
*पुलिस के द्वारा चैकिंग लगने पर पहले से ही लोकेशन माफिया ट्रक चालकों को सूचना देकर रुकवा देते है ट्रकों के पहिया*
*बड़ा सवाल-आखिर लोकेशन माफियाओं पर क्यों नही चलाती पुलिस कानूनी हंटर?*
*लोकेशन माफियाओं को नहीं है पुलिस का कोई भय*
*आपको बता दें कि बीते कई दिनों से कालपी कोतवाली क्षेत्र के सबसे चर्चित चौराहा जोल्हुपुर मोड़ में शाम होते ही पुलिस की मौजूदगी में बालू भरे ओवरलोड ट्रकों का फर्राटा मारने का सिलसिला जोरों पर चल रहा है लेकिन खाकी के लाड़लो की क्या मजाल जो ओवरलोड ट्रकों को रोककर कार्यवाही कर सकें तो वहीं रात में लोकेशन माफियाओं की स्कॉर्पियो समेत कई लक्जरी गाड़ियां बालू भरे ओवरलोड ट्रकों के लिए सुरक्षा कवच बनकर हाइवे पर फर्राटे मारकर पुलिस व आर.टी.ओ की ट्रक चालकों को लोकेशन पहुंचा कर ट्रकों के पहिए रुकवा देते हैं जिसकी वजह से पुलिस प्रशासन बैकफुट पर नजर आ रहा है।*
*खाकी की फौज और आर.टी.ओ साहब ने मौज काटने का पास दिया है ओवरलोड ट्रक चालकों को तो मौज काटो क्योंकि चेकिंग का मतलब नौटंकी होता है फिलहाल अत्याधुनिक होने का दम भरने वाली पुलिस अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है।मानते है हम कि रात के आगोश में चादर तान कर सो जाते है खाकी वाले तो क्या हुआ,जब रात में फर्राटे भरते है बालू भरे ओवरलोड ट्रक तो कहीं मौज उड़ा रहे होते है खाकी वाले लेकिन सवाल ये है जिले में बैठे बड़े वाले साहब कि आपकी फौज क्या करती है,क्या करते हैं दरोगा से लेकर कोतवाल तक,क्या करते है सिपाहियो से लेकर होमगार्ड तक ये कोई एक दिन का काम नहीं है जो बालू से भरे ओवरलोड ट्रक निकलते हों फिलहाल ये सिलसिला कई दिनों से लगातार जारी है खैर सो जाओ चादर तान कर सतत जनप्रहरियो क्योंकि तुम पर से विश्वास उठ चुका है।*
*इनसेट-1*
*कैसे शुरू होता है लोकेशन माफियाओं के द्वारा रात के अंधेरे में पुलिस की आखों में धूल झोंकने का खेल*
*जैसे ही शाम ढलते ही अंधेरे होने का सिलसिला जारी होता है वैसे ही लोकेशन माफियाओं की फर्राटे भरने वाली स्कॉर्पियो समेत कई लक्जरी गाड़ियां कालपी से लेकर जोल्हूपुर मोड़ व जोल्हूपुर मोड़ से लेकर कदौरा के बीच हाइवे में चप्पे चप्पे पर बालू भरे ओवरलोड ट्रक चालकों की सेवा में सदैव तत्पर खड़ी होकर पुलिस व आर.टी.ओ की लोकेशन देने का काम करती है जिसके एवज में लोकेशन माफियाओं को जिला पार कराने का पांच सौ से छह सौ रुपए प्रति ट्रक चालकों से मिलता है फिलहाल पुलिस की आंखों में धूल झोंकने का ये खेल अब से थोड़ा ही चल रहा है लंबे वक्त से यही हालात है।*
*इनसेट-2*
*बिना नंबर के ओवरलोड ट्रक निकलने से नही कर पाती पुलिस कार्यवाही*
*आपको बता दें कि कालपी कोतवाली क्षेत्र के चर्चित चौराहा जोल्हुपुर मोड़ से बिना नंबर के ओवरलोड ट्रक धड़ल्ले से निकलते है जिसकी वजह से पुलिस ऐसे ट्रकों पर कोई कार्यवाही नहीं कर पाती है वहीं ओवरलोड ट्रकों के लिए सुरक्षा कवच बनी लोकेशन माफियाओं की गुंडई इस कदर बुलंद है कि पुलिस का खौफ तक नही हैं यहां तक कि कानून का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकारों पर भी अपनी गाड़ियां चढ़ाने में कोई कसर नही छोड़ रहे लेकिन अब देखना ये होगा कि पुलिस ऐसे लोकेशन माफियाओं पर कब कानूनी हंटर चलाती है या फिर पुलिस किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है ये तो आने वाला समय ही बताएगा।*