संवाददाता रघुनाथ सिंह खबर दृष्टिकोण लखनऊ
नरसिंह के छात्रों ने मरीज व तीमारदारों को दिमागी बुखार से बचाव के बारे में जानकारी दी।
विश्व जापानी इंसेफलाटिस दिवस पर पीजीआई में मंगलवार को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में नर्सिंग छात्रों ने दिमागी बुखार के लक्षण एवं बचाव के बारे में जानकारी साझा की। संस्थान के पीएमएसवाई ब्लॉक में नर्सिंग छात्रों ने नाट्य प्रस्तुति कर मरीजों और तीमारदारों को पोस्टर, पेंटिंग, बैनर व नाट्क पेश कर दिमागी के बुखार के प्रति सचेत एवं जागरुक किया। छात्रों ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत मच्छर जनित बीमारियों के बारे में लोगों को बताया।
न्यूरोलॉजी विभाग की डॉ. विनीता ने कहा कि इंसेफलाटिस की लक्षण लगने पर डॉक्टरों को तुरंत बड़े चिकित्सा संस्थानों में मरीजों को भेजें। ताकि त्वरित उपचार देकर मरीजों को राहत दी जा सके। इसके संक्रमण से दिमाग के बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है। जिससे तेज बुखार, सिरदर्द होता है। गंभीर होने पर मरीज कोमा या पैरालिसिस का शिकार हो जाता है। संस्थान के अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख डॉ. राजेश हर्ष वर्धन ने कहा कि कुछ साल पहले तक गोरखपुर व आसपास के जिलों में बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे थे। अब मरीजों की संख्या में तेजी से कमी आयी। नर्सिंग कालेज की प्राचार्य शबाना खातून, डॉ. केडी सिंह, दिखिल, रितिजा सिंह, विनोद गुप्ता व भूमिका सिंह ओम प्रकाश आदि मौजूद रहे।