लखनऊ, । उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की चारबाग डिपो की एक बस से तस्करी कर शराब बिहार पहुंचाने का मामला सामने आया है। बिहार पुलिस ने जांच के दौरान चारबाग डिपो की बस में 191 लीटर अवैध शराब पकड़ी है। बस के दो ड्राइवर व एक परिचालक समेत तीन तस्करों को मौके पर पकड़ लिया गया। उन्हें जेल भेज दिया गया है। बिहार पुलिस ने बस को मुजफ्फरपुर कार्यशाला में बंद कर दी है। अफसरों ने पांच दिनों तक मामला दबाए रखा।बीती चार जनवरी का मामला है। चारबाग डिपो की साधारण बस सेवा बिहार के वाया गाेरखपुर गोपालगंज होते हुए गया जा रही थी। बस को मुजफ्फरपुर बस स्टेशन पर बिहार पुलिस ने जांच के बाद पकड़ लिया। बस के दो चालकों सर्वेश कुमार व प्रदीप शर्मा रायबरेली और बस परिचालक राजेश मिश्रा सुलतानपुर के रहने वाले हैं। उनके खिलाफ परिवहन निगम प्रशासन अब कार्यवाही किए जाने की तैयारी में है। वहीं बस में सवार तीन तस्कर सचिन कुमार, मुरली और रौनक पटेल को जेल भेज दिया गया है।बिहार से आई सूचना पर पहले तो अधिकारी मामले में लीपापोती करने की कोशिश में दिखे। जब मामला गंभीर हुआ तो चारबाग डिपो के चालक परिचालकों में हड़कंप मच गया। चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने कहा कि बस में चालक-परिचालक और शराब तस्करों की मिली भगत से प्रतिबंधित शराब पकड़ी गई है। बस को मुजफ्फरपुर कार्यशाला से छुड़वाने के लिए बातचीत चल रही है।रोडवेज बस में शराब तस्करी कर बिहार पहुंचाए जाने के मामले में पुलिस की जांच में बिचौलिए के तौर पर किसी अफसर की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है। पुलिस शराब कहां से लाई गई है, कब से और किस तरीके इसे अवैध रूप से बिहार तक पहुंचाया जा रहा है। इन बिंदुओं को खंगाला जा रहा है।