उत्तरी ज़ोन के मड़ियांव व जानकीपुरम में खुद को पुलिसवाला बताकर टप्पेबाजों ने बनाया वृद्ध महिलाओं को निशाना
लखनऊ। राजधानी लखनऊ अब आम जनमानस किसी भी तरह से सुरक्षित नही है। वही लखनऊ में इस वक्त नकली पुलिस कर्मी बनकर टप्पेबाजी करने वाला गिरोह भी तेजी से सक्रिय है और आये दिन ऐसी वारदातों की सूचनाये सामने आती हैं बावजूद इसके लखनऊ पुलिस इस गिरोह पर लगाम नही लगा पा रही। मंगलवार को भी शहर के उत्तरी जोन के मड़ियांव व जानकीपुरम थाना क्षेत्र में वृद्ध महिलाओं को टप्पेबाजों ने नकली पुलिस वाला बनकर शिकार बनाया और फरार हो गए। पुराना लखनऊ वजीरगंज की रहने वाली बाने पत्नी छुटन्ने ने बताया कि मंगलवार तकरीबन सुबह 12 बजे वह मड़ियांव के फैजुल्लागंज स्थित अपनी बेटी के घर जा रही थी और वो मिल्लत नगर ढाल शादी घर के पास पहुँची थी कि तभी एक जैकेट पहने युवक आया और खुद को पुलिस वाला बताकर कहा कि इतने जेवर पहनकर न निकला करें कोई ले लेगा। इसके बाद टप्पेबाज ने बाने से हाँथ की दोनो अंगूठियाँ, कान के बूंदे व गले का हार उतारकर एक कागज में लपेटकर जेब मे रख लिया। इसके बाद टप्पेबाज ने वैसा ही एक कागज देकर बाने को वापस भेज दिया। घर पहुँची बाने ने कागज की पुड़िया खोली तो उसके होश उड़ गए। मामले के विवेचक दिनेश प्रसाद ने कहा कि मामला दर्ज कर टप्पेबाजों की तलाश शुर कर दी गई है। दूसरी घटना उत्तरी ज़ोन के जंकीपुरम थाना क्षेत्र में इसी तर्ज पर मंगलवार सुबह एक 72 वर्षीय वृद्धा से हुई। जानकीपुरम विस्तार के 6/657 निवासिनी वृद्धा कमला ने बताया कि वह रोजाना की सुबह लगभग 10 बजे क्षेत्र के ही दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास टहलने के लिए गई थी। तभी वहाँ बाइक से दो युवक आये और खुद को पुलिस वाला बताया। इसके बाद टप्पेबाजों ने वृद्धा से कहा कि जेवर उतारकर रख ले क्योंकि आगे घटना हुई है और पुलिस जाँच कर रही है। टप्पेबाजों की बातों में आई वृद्ध 72 वर्षीय पीड़िता ने अपने गले की लगभग 35 ग्राम पीली धातु की चेन व दो अंगूठियाँ उतरवा ली और चकमान देकर फुर्र हो गए। पीड़िता को जब टप्पेबाजी का शिकार होए जाने का आभास हुआ तब उसने घर वालों को जानकारी दी। इंसेक्टर जानकीपुरम कुलदीप सिंह गौर ने कहा कि वृद्ध महिला रोज ही सुबह टहलने के लिए निकलती है, वही उनके बेटे अहमदाबाद में दूरदर्शन के जॉइंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। बकौल इंस्पेक्टर मामला दर्ज कर टप्पेबाजों की तलाश शुर कर दी गई है।