लहरपुर सीतापुर- जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता है वैसे वैसे सियासी हलचलों से सियासत में जुबानी जंग छिड़ जाती है नेताओ के द्वारा विकास कार्य न होने के आरोपो व प्रत्यारोपो का सिलसिला बढ़ जाता है। आते ही पार्टियां बड़े बड़े वादे करने लगती हैं नेताओं प्रत्याशियों में हलचल मच जाती है गली गली मोहल्ले मोहल्ले वोट मांगने लगते हैं हर प्रकार के वादे भी प्रत्याशियों के द्वारा किए जाते हैं और इससे पहले भी कई चुनावी नेता आए और चले गए लेकिन चुनाव होने के बाद आम नागरिक की समस्याओं का निदान अभी तक नहीं हो पाया, विधानसभा चुनावी बिगुल बज चुका है प्रत्याशियों में हलचल मची हुई देखने को मिल रही है हर प्रत्याशी को जीत दिखाई दे रही है लेकिन जमीनी स्तर पर इतना आसान भी नेताओं का जितना नहीं क्योंकि आम जनता की समस्याओं का हल अभी तक किसी नेता ने नहीं देखा चुनाव के दौरान तो वादे किए गए लेकिन सारे वादे जमीनी स्तर पर झूठे नजर आए। आपको बताते चलें कि जनपद सीतापुर के विधानसभा 148 लहरपुर की आम जनता विगत कई वर्षों से नेताओं के झूठे वादों के फेर में फंसी हुई है लेकिन ऐसा इस बार नहीं होगा क्योंकि जनता को भी पता है की कितने वादे प्रत्याशियों ने किए जिस में कितने अभी तक हो पाए, लहरपुर कस्बा एक जाना माना कस्बा है जिसमें कुछ बेहद समस्याएं नजर आती है जैसे उच्च शिक्षा व्यवस्था, उच्च स्वास्थ्य व्यवस्था, वह सबसे महत्वपूर्ण रोडवेज बस अड्डा जो कि अभी तक किसी के द्वारा बनवाया ना जा सका है।
विगत पंद्रह वर्षो में पूर्व विधायक अनिल कुमार वर्मा सत्ता में रहे लेकिन उनके द्वारा रोडवेज बस अड्डे का निर्माण नहीं कराया जा सका उसके उपरांत जासमीर अंसारी बसपा से विधायक रहे और सत्ता में रहे लेकिन कोई भी रोडवेज बस अड्डा अब तक नहीं बन पाया उसके उपरांत जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो लोगों को आस कि लगी इस बार अंततः रोडवेज बस अड्डा बनकर ही रहेगा जिस पर नेताओं ने अपनी सक्रिय क्रियाशील वादे किए थे किंतु इस बार भाजपा सरकार में भी सब टाय टाय फिस्स हो गया और रोडवेज बस अड्डा इन 5 सालों में नहीं बन सका आम जनता का कहना है कि मजदूरी करने जाते हैं और वापस आने में कहीं रात के 8:00 अगर बच गए तो सीतापुर में ही फंस जाते हैं लहरपुर नहीं आ पाते तो वहीं कुछ लोगों का कहना है की प्राइवेट बसों का कोई सहारा नहीं कितने समय जाती हैं और कितने समय आती है वह कितनी सवारी बैठ आते हैं अगर कहीं रात में अचानक जाने की आवश्यकता पड़ जाए तो कोई साधन नहीं मिलता अगर किसी विधायक या सांसद के प्रयास से इस समस्या से निजात मिल जाती तो लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ती, इसी समस्या से जूझ रहे सूत्रों ने बताया कि इस बार इलेक्शन में जनता क्या चाहती है वह इलेक्शन के बाद सभी को पता चल जाएगा।
जनता के मन में यह सबसे बड़ा विचार है वह कौन सा ऐसा विधायक होगा जो लहरपुर जैसे पावन क्षेत्र में रोडवेज बस अड्डे का निर्माण कर जनता की समस्याओं को हल करेगा और रोडवेज बस अड्डे की 100 का सौगात देकर अपने सर पर सेहरा बांध एगा और लहरपुर विधानसभा का नाम पूरे उत्तर प्रदेश में सम्मान से लिया जा सकेगा