मीरजापुर। कटरा कोतवाली, क्राइम ब्रांच और एसओजी की संयुक्त टीम ने तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपित देवर को रविवार की सुबह नगर के रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। हत्याराेपियों ने नशे व खर्च चलाने के लिए रुपये नहीं देने पर भाई यज्ञनारायण की पत्नी और भतीजी व दिव्यांग भतीजे की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या की थी। आरोपित के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। ये बाते पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने पुलिस लाइन में पत्रकारवार्ता के दौरान बताई।उन्होंने बताया कि डंगहर गांव निवासी पंचम को कुल आठ संतान हैं। इसमें पांच लड़के जीत नारायण, यज्ञनारायण, सत्यनारायण, देव नारायण व रामनारायण तथा तीन बेटी गुड़िया, प्रीती व एक अन्य शामिल है। पंचम की 2005 में बीमारी से मौत होने के बाद उसके दूसरे बेटे यज्ञनारायण को उसकी नौकरी मिल गई थी जबकि पंचम की पत्नी कलावती को पेंशन मिलने लगा। जीत नारायण व यज्ञनारायण की शादी होने के बाद जीत नारायण अपना परिवार लेकर अलग हो गया। यज्ञनारायण घर रहकर अन्य परिवार का खर्च उठाने लगा। कुछ दिनों बाद यज्ञनारायण का सबसे छोटा भाई रामनारायण नशे का आदि हो गया।इसके लिए उसे आए दिन रुपये चाहिए थे। वह भाई यज्ञ नारायण से रुपये की मांग करता था, लेकिन उसकी लत देख यज्ञ उसे रुपये नहीं देता था। यह बात उसे अच्छी नहीं लगती थी । रामनारायण का कहना था कि वह पिता के स्थान पर नौकरी कर रहा है तो रुपये क्योें नहीं देगा। इसी बात को लेकर आए दिन उसका विवाद उसके भाई व भाभी से होती थी। एक दिन उसने अपने भाई के परिवार को खत्म करने का प्लान बनाया। शनिवार को जब घर में कोई नहीं था ताे उसने एक बार फिर अपनी भाभी रेनू से खर्च के लिए कुछ रुपये मांगे । नहीं देने पर विवाद कर लिया। इसी बीच कुल्हाड़ी उठाकर उसे मारने लगा। मां को लहूलुहान हाल में देख बेटी हर्षिका 10 व दिव्यांग बेटा आरूष पांच साल छत पर जाकर शोर मचाने लगे। पकड़े जाने की डर से रामनारायण ने उनके ऊपर भी हमला कर हत्या कर दी। वाददात को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया। घटना के बाद वह 39 वीं वाहिनी पीएसी के पीछे गया और अपनी मोबाइल छुपाकर वहां से गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या करने बरियाघाट पहुंचा। घाट पर पहुंचने के बाद भी उसकी हिम्मत कूदने को नहीं हुई तो ट्रेन से कटने का प्लान बनाया। रेलवे स्टेशन पहुंचकर कुछ देर तक रेलवे लाइन किनाने खड़ा रहा ,लेकिन ट्रेन आकर चली गई कटा नहीं। इसी बीच एएसपी सिटी संजय वर्मा के निर्देशन में सीओ सिटी प्रभात राय, एसओजी प्रभारी विनोद यादव, कटरा काेतवाल स्वामीनाथ, पंकज दूबे पहुंच गए और उसे गिरफ्तार कर लिया।