मोदी जी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन की बात कर रहे तो उनके नेता हजारों की भीड़ इकट्ठा कर नियम की धज्जियां उड़ा रहे
मानकों को ताक पर रख प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे प्रदर्शनी संचालक
लापरवाही के चलते जर्जर झूले के खुले नट बोल्ट, हादसा होने से बचा
रोहितसोनी जिला संवाददाता जालौन उरई
उरई जालौन। नगर पालिका के सामने बाबा ट्राली के पीछे लगी प्रदर्शनी मेला के आयोजक काफ़ी सुर्खियां बटोर रहे सुर्खियां कोई काबिले तारीफ कि नहीं प्रशासन को ठेंगा दिखाने वाली है। मानकों को ताक पर रख मेला प्रदर्शनी का संचालन सत्ता की हनक में जोरों पर हो रहा। एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को महामारी के प्रति जागरूक कर रहे , वही मास्क सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन जैसी चीजों के लिए जागरूक करने के साथ इन्हें जीवन उपयोगी बता रहे। वहीं दूसरी ओर उनके कुछ छुट भैया नेता अपने आप को अधिकारियों से बड़ा समझते हैं। मानकों को ताक पर रख प्रदर्शनी मेला का संचालन करा रहे। माना प्रदर्शनी जनता के लिए बच्चों के लिए मनोरंजन का कार्य कर रही। लेकिन जिस महामारी ने देश की अर्थव्यवस्था बिगाड़ दी और जिसका इलाज नहीं उस महामारी से बचने के लिए तरह तरह के उपाय किए जा रहे। तो वही अपनी अर्थव्यवस्था सुधारने और अपने आप को अमीर बनाने में लगे भाजपा के कुछ जिम्मेदार नेता महामारी में हजारों की भीड़ इकट्ठी करके मनोरंजन प्रदर्शनी का नाम दे कर लूटने में लगे है। बताते चलें हो रही के स्टेशन रोड स्थित प्रदर्शनी के संचालन कई दिनों से हो रहा है जहां पर रोज हजारों की भीड़ इकट्ठी होती है वह ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है और ना ही किसी के चेहरे पर मास्क दिखाई देते हैं, हैरानी की बात तो यह है कि वहां के संचालन आयोजक और वहां के बिक्री करने वाले दुकानदारों के मुंह पर भी मास्क नहीं दिखाई देता है। इसमें कहीं ना कहीं प्रशासन प्रमुखता से अपनी लापरवाही दिखा रहा और अपनी ज़िम्मेदारी से बचते नजर आ रहा। और कहीं ना कहीं सत्ता की हनक दिखा रहे भाजपा नेता अपनी पार्टी का नाम डुवाने में लगे हैं। बड़े-बड़े पोस्टर वोटिंग लगाकर उन्होंने यह दर्शा दिया कि यह उनके द्वारा प्रदर्शनी संचालित हो रही। लेकिन यह नहीं दर्शाया कि इस प्रदर्शनी में कुछ नियम भी बनाए गए और वही किन मानकों के तहत यह प्रदर्शनी चलाई जा रही। शायद परमिशन देने वाले विभाग भी कुंभकरण की नींद सो गया। जर्जर झूले इस प्रदर्शनी के शोभा बने हैं। लड़कियों महिलाओं के साथ अभ्रता छेड़खानी करने वाले दुकानदारों के साथ इस प्रदर्शनी मारपीट की घटना कई बार सामने आ चुकी है।
इनसेट ————–
जर्जर झूले के खुले नट बोल्ट रहते खराब, कभी भी हो सकता बड़ा हादसा
उरई जालौन। स्टेशन रोड नगर पालिका के सामने बाबा ट्राली के पीछे लगी प्रदर्शनी में जर्जर झूले अपनी वहवाही बटोरते रहते। वहीं देर रात चलते झूले की पलकिया खुल जाती है यह नेक कार्य अगली साल हुआ था। एक बड़ा हादसा होने से बच गया था। जिसमें सैकड़ों लोग हादसे का शिकार हो सकते थे। दोबारा नट बोल्ट सही करके फिर से झूला चलाया गया था। किन मानकों के तहत झूला संचालक को परमिशन दी गई क्या परमिशन देने वाले कभी झूला चेक करने नहीं आते या फिर फ्री का झूला झूलने के लिए अपने विभाग के लोगों के साथ चले आते या फिर जिन झूलों में आम जनता झूल रही। वह सुरक्षित हैं या नहीं कभी चेक करने नहीं आए। अगर हकीकत में इन झूलो के मानक रूप देखे जाए तो शायद सभी झूले मानक के अनुरूप नहीं होंगे। किसके कहने पर विभाग कुंभकरण की नींद सो रहा। बताते चलें प्रदर्शनी के संचालक सत्ताधारी नेता कर रहे।
सत्ताधारी करा रहे मानकों को ताक पर रख प्रदर्शनी का संचालन
मानकों को ताक पर रख प्रदर्शनी का संचालन सत्ताधारी करा रहे। इसलिए वहां पर कोई मानक नहीं देखे जा रहे। ना ही अधिकारी इस बात की सुध ले रहे कि किन मानकों के तहत प्रदर्शनी चल रही है। क्योंकि सत्ता में बैठे लोगों का डर अधिकारियों को बखूबी सता रहा जर्जर झूले, बिना कोविड नियमों के चल रही प्रदर्शनी साथी ही छेड़छाड़ लड़ाई झगड़ा का प्रदर्शनी में प्रदर्शन हो रहा। पूरे देश में फिर से लॉकडाउन की स्थिति जा पहुंची। लेकिन प्रदर्शनी में कोरोना का ना तो बचाव किया जा रहा है, और ना ही भीड़ को कम किया जा रहा है क्योंकि जितने ज्यादा भीड़ होगी उतनी ज्यादा बेनिफिट सत्ताधारी को मिलेगा। अवैध धंधों से लेकर अन्य कार्यों में लिप्त सत्ताधारी कहीं ना कहीं अपनी सत्ता की हनक आम जनता के साथ प्रशासन के अधिकारियों को भी दिखा रहे