सचिव व ग्राम प्रधान सरकारी धनराशि का मिलकर कर रहे बंदरबांट
*वी॰पी॰ चतुर्वेदी ब्यूरो चीफ जालौन*
जालौन– विकासखंड क्षेत्र में 38 अस्थाई गौशाला में से अधिकांश गौशालाओं की व्यवस्था गड़बड़ा गई है जिससे अधिकतर पशु हो रहे बीमार स्थानीय प्रशासन जानकार है अनजान
विकासखंड क्षेत्र में 63 ग्राम पंचायतें हैं जिसमें एक गौशाला हीरापुर में स्थाई बनी है तथा 38 ग्राम पंचायतों में अस्थाई गौशाला बनी है जिसमें अधिकांश गौशाला में ग्राम प्रधान तथा सचिव द्वारा व्यवस्था ठीक से ना होने के कारण पशु बीमार तथा भूख से मर जाते हैं
वही ग्राम प्रधान सचिव चोरी छिपे दफना देते तथा अगर कोई पहुंच जाए तो वह कहते हैं कि इसमें टैग नहीं हमारी गौशाला के जानवर नहीं है
भूषा महंगा होने के कारण ग्राम प्रधान धान का प्यार तथा मूंगफली का छिक्कल डाल कर काम चला रहे हैं तथा कई गौशालाओं में पॉलिथीन नहीं डाली गई ना आग की कोई व्यवस्था की गई जिससे जानवर बीमार होकर दम तोड़ देते हैं कुँवरपुरा सिहारी पड़ैया खनुआ सिकरी राजा मकरंदपुरा काशीपुरा रिनिया समेत अधिकांश गौशालाओं में अव्यवस्था होने से पशु बेहाल हैं जब इस संदर्भ में एडीओ पंचायत महेश पाल से बात की तो उनका कहना है गौशाला में भूसा के लिए पैसा दिया जा रहा है तथा पालीथिन लगाने के आदेश दिए गए हैं जो कराए जा रहे हैं तथा जो टैग लगे जानवर गौशाला के है उसकी जिम्मेदारी प्रधान की है ओवर जानवर हो जाने से अव्यवस्था हो जाती है।