गोंडा, । फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले की एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) ने जांच शुरू कर दी है। रविवार को एटीएस की टीम गोंडा पहुंची। टीम राजफाश करने वाले अधिकारियों से जानकारी कर रही है। फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों ने अब तक किन-किन लोगों को फर्जी आधार कार्ड मुहैया कराया है, इसके बारे में पड़ताल की जा रही है। हालांकि, पुलिस अधिकारी स्पष्ट तौर पर कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं।पुलिस को फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने की सूचना मिली थी। इस पर एसओजी, सर्विलांस टीम के साथ सभी थानाध्यक्षों को लगाया गया था। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली देहात, स्वाट व सर्विलांस टीम को फर्जी आधार कार्ड बनाने का सुराग मिला। 22 अक्टूबर को नवाबगंज के दुल्लापुर निवासी श्याम निषाद फर्जी आधार कार्ड देने के लिए देहात कोतवाली के दर्जीकुआं पुलिया के पास आया था। वहीं पुलिस टीम ने उसे पकड़ लिया।एसपी ने दावा किया था कि श्याम निषाद अपने साथी सूरज मौर्य निवासी कनकपुर सुदियागंज नवाबगंज के साथ मिलकर फर्जी आधार कार्ड बनाने का कार्य करता है। वह साफ्टवेयर के माध्यम से आधार के पुराने डाटा को मिटाकर दूसरे लोगों का फर्जी आधार कार्ड बनाते हैं। यह नवाबगंज के नंदिनीनगर महाविद्यालय के पास जनसेवा केंद्र चलाते हैं। वहीं से यह सब कूटरचना कर लोगों का फर्जी आधार कार्ड बनाकर उन तक पहुंचाते थे। वह लोगों से 500 से एक हजार रुपये तक वसूली करते थे। इनके पास से 22 फर्जी आधार कार्ड, दो लैपटाप व प्रिंटर बरामद किए गए थे। एटीएस की टीम रविवार की दोपहर जिले में पहुंची। उसने पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद वह सीधे कोतवाली देहात पहुंची। राजफाश करने वाले पुलिस अधिकारी से पूरे मामले की जानकारी की। एसपी संतोष कुमार मिश्र ने पुष्टि करते हुए बताया कि एटीएस की टीम आई है। वह पूरे मामले की जांच कर रही है। सीओ सिटी को जांच टीम के साथ लगाया गया है।