लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के खिलाफ लखीमपुर खीरी जाने के लिए तीन अक्टूबर की रात कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की अगुआई में जिस संघर्ष अभियान का आगाज हुआ था, बुधवार को उनके भाई राहुल गांधी लंबी जिद्दोजहद के बाद उसे अंजाम तक पहुंचाने में कामयाब रहे। बुधवार दोपहर दिल्ली से लखनऊ हवाई अड्डे पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सुरक्षा प्रोटोकाल का हवाला देकर पुलिस-प्रशासन का अमला उन्हें सरकारी गाड़ी में बैठाकर पूर्व निर्धारित रूट से लखीमपुर खीरी ले जाने के लिए घेरे रहा, लेकिन वह अपनी गाड़ी से सीतापुर होते हुए लखीमपुर जाने की जिद पर अड़े रहे और अंतत: इसमें सफल रहे। डेढ़ घंटे तक चले इस गतिरोध के दौरान हवाई अड्डा हाई वोल्टेज ड्रामा का गवाह बना, जिससे सियासी पारा भी चढ़ा रहा।कांग्रेस नेता राहुल गांधी दिल्ली से लखनऊ के हवाई सफर पर ही थे कि चौतरफा पड़ रहे दबाव को देखते हुए योगी सरकार ने रुख में नरमी लाते हुए राहुल-प्रियंका समेत कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देने का फैसला किया। दोपहर लगभग डेढ़ बजे राहुल विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला व केसी वेणुगोपाल मौजूद थे।उधर, अपने नेता की अगवानी के लिए जोश से भरे कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का हुजूम सुबह 11 बजे से ही हवाई अड्डे के आगमन टर्मिनल के बाहर इकट्ठा होने लगा था। उससे कहीं ज्यादा कांग्रेसियों को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर हवाई अड्डा परिसर के बाहर ही रोक दिया था। लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश और पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर भी एयरपोर्ट के अंदर मौजूद रहे। एयरपोर्ट के बाहर भारी पुलिस बल और अंदर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों की भारी तादाद में मौजूदगी से हवाई अड्डा छावनी में तब्दील हो चुका था।हवाई जहाज से उतरने के बाद राहुल व उनकी टीम को बाहर जाने देने की बजाय कड़ी सुरक्षा में एयरपोर्ट के वीआइपी लाउंज में ले जाया गया। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उन्हें अपनी गाड़ी और निर्धारित रास्ते से लखीमपुर खीरी ले जाना चाहते थे, लेकिन राहुल अपनी गाड़ी से सीतापुर होते हुए लखीमपुर जाने की जिद पर अड़े थे। इसे लेकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों से उनकी देर तक कहासुनी हुई। बात बनती न देख राहुल दोनों मुख्यमंत्रियों और सुरजेवाला समेत एयरपोर्ट लाउंज में कन्वेयर बेल्ट के पास विरोध स्वरूप धरने पर बैठ गए। एयरपोर्ट के अंदर मौजूद मीडियाकर्मियों को राहुल गांधी ने दिखाया कि कैसे सुरक्षाकर्मी उनका रास्ता रोके हुए हैं। नाराज होकर कहा, ‘निर्दोष किसानों को गाड़ी से रौंदने वाले अपराधी को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा और हम लोगों को लखीमपुर जाने से रोका जा रहा है।’ सवाल किया, ‘क्या यही है उप्र सरकार की अनुमति?’ राहुल के साथ मौजूद रणदीप सिंह सुरजेवाला बोले, ‘उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा साफ है। वह राहुल गांधी को यहां से गिरफ्तार कर ले जाना चाहती है। यह जालिम सरकार है।’ इधर राहुल, अधिकारियों से बहस में उलझे थे और बाहर जमा कांग्रेसी कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे- ‘किसानों के सम्मान में, राहुल गांधी मैदान में।’