चंदौली, । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार दोपहर बाद 3:37 बजे चंदौली पहुंचे। उनका हेलीकाप्टर सैयदराजा के नेशनल इंटर कालेज में उतरा। यहां से सड़क मार्ग से तीन किलोमीटर दूर नौबतपुर वह पहुंचे तो लोगों ने उनका जोरदार नारों से स्वागत किया। इस दौरान 500 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का अवलोकन किया। यहां पांच मिनट समय देने के बाद सैयदराजा में जनसभा स्थल के लिए रवाना हुए। अवलोकन करने के बाद दोपहर बाद 3:56 बजे वह मंच पर पहुंचे। यहां मेडिकल कालेज और अन्य योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करने के साथ ही लाभार्थियों में प्रमाण पत्र बांटा।बोले मुख्यमंत्री : वंदे मातरम से भाषण का शुभारम्भ करते हुए सीएम ने कहा कि जिले को बहुत बड़ी सौगात देने के लिए आया हूं। 800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। अच्छा सांसद और विधायक चुनने का लाभ जनता को मिल रहा है। जब जनप्रतिनिधि भ्रष्ट हो जाता है तो अपना काम नहीं करता। 2004 से 2017 तक ऐसे ही लोगों ने सूबे में शासन किया। अपने ठेकेदारों को ठेका देकर उनकी जेब भरी। मोदी सरकार विकास लेकर आई है। मेडिकल कालेज से जिले के लिए यह अत्याधुनिक चिकित्सा के लिए उत्तम केंद्र बनेगा। बीचयू, दिल्ली और लखनऊ जाना नहीं होगा। सिर्फ जिला ही नहीं बिहार के लोग भी इससे लाभान्वित होंगे। यूपी और बिहार में कोई अंतर नहीं। एक जैसी बोलचाल, भाषा है। कोई अंतर नहीं समझ आता। बिहार के भाइयों के लिए संकट में मदद करना हमारा दायित्व। मेडिकल कालेज जिले में नए डॉक्टर भी पैदा करेगा।भारत का नया यूपी ऐसा हो कि सभी सुविधाएं मिले। किसी के साथ भेदभाव न हो। सबका साथ सबका विकास यही सरकार की मंशा है। मोदी का नेतृत्व भारत के सर्वांगीण विकास की रूपरेखा तैयार है। कोई सोचा नहीं था कि चन्दौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर में मेडिकल कालेज बनेगा। अब सभी जिलों में मैडिकल कालेज मौजूद है। जब अगली बार भी सरकार बनेगी तो प्रदेश के 75 जिलों को मेडिकल कालेज की सौगात मिल जाएगी।सीएम ने कहा कि बाबा कीनाराम की सिद्धियों ने न जाने कितनों का जीवन बदल दिया। बाबा की कृपा सब पर बनी है। उनकी स्मृति को मेडिकल कालेज के लिए समर्पित। यह नामकरण उन विभूतियों के प्रति श्रद्धा है। मेडिकल कालेज में बाबा की बैठी प्रतिमा लगेगी। जनता से पूछा कि राशन, बिजली मिल रही कि नहीं? पहले सत्त्ता में बैठे लोग राशन खा जाते थे। जनता को उसके हाल पर छोड़ देना विपक्ष की पहचान थी। प्रदेश में 4.50 लाख को नौकरी 1.61 करोड़ को रोजगार मिला है। कोई नौजवान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकता। पहले नौकरी नीलाम होती थी। सपा, बसपा के शासन में यही होता था। गरीब का राशन खाने वाले यही हैं। अब यदि राशन किसी ने खाया तो जेल जाएगा। अब तो ई-पाश मशीन लगी है। मशीन हटी की लखनऊ में पता चल जाएगा। एक पीएम ने कहा था कि सरकार 100 रुपये भेजती थी। गरीब तक 10 रुपये पहुंचता था। अब हर गरीब को आवास, शैचालय, बिजली मोदी सरकार ने दी है। कोरोना काल मे अपने प्रदेश के नागरिकों को वापस बुलाया। सबको काम और राशन दिया। सरकार की नीयत साफ होनी चाहिए। इसके सार्थक परिणाम सामने आते हैं। शहीदों को कौन भूल हो सकता। बाबा कीनाराम के नाम पर भी मेडिकल कालेज होगा। हर एक नागरिक को योजनाओं का लाभ मिलेगा। यदि किसी माफिया ने किसी गरीब और व्यापारी का उत्पीड़न किया तो उस पर बुलडोजर चलेगा।