चंदौली। अलीनगर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार की रात चकिया चौराहे के पास प्रतिबंधित दवा के साथ छह अंतरप्रांतीय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। तस्कर तीन गाड़ियों में 349 पेटी प्रतिबंधित दवा लेकर पश्चिम बंगाल जाने की फिराक में थे। ड्रग विभाग ने जांच में दवा में 20 ग्राम कोडिन फास्फेट आईपी की मिलावट पकड़ी, जो प्रतिबंधित है। अपर पुलिस अधीक्षक दयाराम व सीओ सदर अनिल राय ने गिरफ्तारी व बरामदगी के बारे में मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में जानकारी दी।बताया कि अलीनगर पुलिस और स्वाट टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि तस्कर मेडिकल स्टोर के इनवायस पर माल निकलवाकर ट्रांसपोर्टरों के माध्यम से प्रतिबंधित दवा फेंसेडिल को मेडिकल स्टोर न भेजकर फर्जी गोदाम बनाकर इकट्ठा करते हैं। जब माल इकट्ठा हो जाता है तो विभिन्न वाहनों में लदवाकर सीधे पश्चिम बंगाल भेज देते हैं। नशे के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इस पर पुलिस अलर्ट हो गई। सोमवार की रात चकिया चौराहे के पास से ट्रक, कार और पिकअप में लादकर ले जाई जा रही 349 पेटी प्रतिबंधित दवा बरामद की। औषधि विभाग से दवा की जांच कराई गई। औषधि निरीक्षक रामलाल ने बताया कि दवा में 20 ग्राम कोडिन फास्फेट आईपी की मात्रा मौजूद है, जो प्रतिबंधित है। पुलिस ने मुगलसराय कोतवाली के अमुआ निवासी रोहित, आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना के मुंडा गांव निवासी विशाल दुबे, वाराणसी के चांदपुर के राजन भारती, पंडितपुर वाराणसी के नंदू भारद्वाज, प्रतापगढ़ के संतोष और पश्चिम बंगाल के अब्दुल्ला खां को गिरफ्तार कर लिया। तस्करों ने बताया कि तीन साल से खेल चल रहा है। वाराणसी में माल इकट्ठा कर बंगाल भेजते हैं। यहां नशे के लिए इसका इस्तेमाल होता है। इसकी अच्छी कीमत मिलती है।