अलीगढ़, । फर्जी दारोगा विवेक यादव की मदद करने वाले अलीगढ़ में तैनात असली दारोगा को भी पुलिस ने जैथरा कस्बा से गिरफ्तार कर लिया है। अभी फर्जी दारोगा के रिश्तेदार दो मददगारों की पुलिस को तलाश है।सोमवार को पकड़े गए फर्जी दारोगा गांधीपार्क क्षेत्र के कुंवर नगर निवासी विवेक यादव ने बताया था कि उसे फर्रुखाबाद के थाना मेरापुर के किलवारा निवासी अलीगढ़ डायल 112 पर तैनात दारोगा ब्रजेश कुमार यादव, एटा के थाना मिरहची क्षेत्र के गांव नगला प्रेमी निवासी रिश्तेदार सुंदर यादव व शुभम यादव ने फर्जी दारोगा बनने की सलाह दी थी। इसके बाद शहर कोतवाली पुलिस ने ब्रजेश की तलाश शुरू कर दी। उसका लोकेशन जैथरा कस्बा में मिला। यहां उसका परिवार रहता है। पुलिस ने मंगलवार को उसे जैथरा स्थित किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया। रविवार को शहर के नन्नूमल चौराहा पर दारोगा बनकर चेकिंग कर रहे विवेक यादव ने बाइक सवार से मारपीट की। इसका वीडियो वायरल हो गया। मामला अधिकारियों के संज्ञान में पहुंचा और दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद पुलिस ने उसे शिवङ्क्षसहपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ ने बताया कि उसने अलीगढ़, जलेसर, एटा सहित कई स्थानों पर चेङ्क्षकग कर पैसे वसूले थे। अपने साथियों के नाम भी बताए थे।दारोगा बृजेश कुमार की तैनाती अलीगढ़ के यूपी डायल-100 सेवा में है। अकराबाद की पीआरवी में ड्यूटी चल रही थी। अकराबाद थाना परिसर में बने आवास में ही बृजेश रहता है। दारोगा बृजेश की नियुक्ति बतौर रैंकर हुई थी। पदोन्नति के बाद दारोगा बना। दो साल बाद बृजेश सेवानिवृत्त होने वाला है।फर्जी दारोगा की मदद करने वाले अलीगढ़ में डायल 112 पर तैनात दारोगा को शहर कोतवाली पुलिस ने जैथरा से गिरफ्तार किया है। यहां वह किराए के मकान में रह रहा था। यह गंभीर प्रकरण है, इस मामले में जो भी आरोपित हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।