*खबर दृष्टिकोण मुकेश शर्मा*
*लखीमपुर खीरी* गोला वन रेंज अंतर्गत बांकेगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत ग्रन्ट नंबर 11 के गांव बरगदिया में शनिवार रात उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब आबादी क्षेत्र में एक बाघ घुस आया। बाघ ने घर के पास बंधी बकरी को अपना निवाला बना लिया। जानकारी के अनुसार, गांव निवासी इन्द्रपाल शनिवार देर रात लगभग 11:30 बजे अपने घर के बाहर मच्छरदानी लगाकर सो रहे थे। पास ही उनकी चारपाई के पास कुछ बकरियां बंधी थीं। अचानक बकरी के चिल्लाने की आवाज सुनकर इन्द्रपाल की नींद खुली। उन्होंने पहले समझा कि कोई कुत्ता होगा, लेकिन जैसे ही मच्छरदानी से बाहर निकलकर देखा, सामने एक बाघ था। डर के मारे उन्होंने शोर मचाया, मगर तब तक बाघ एक बकरी को जबड़ों में दबाकर गन्ने के खेत की ओर भाग गया। बाघ करीब 200 मीटर दूर तक बकरी को घसीटता ले गया, जहां सुबह ग्रामीणों को उसका अवशेष मिला। घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके की जांच की और बाघ के ताजे पगचिन्ह मिलने की पुष्टि की। गोला रेंजर संजीव तिवारी ने बाघ की मौजूदगी स्वीकारते हुए ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है ग्रामीणों का कहना है कि वन्यजीवों की लगातार गांव में आमद से उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ रही है। इन्द्रपाल ने बताया कि अगर समय रहते वह जाग न जाते, तो बाघ उन्हें भी नुकसान पहुँचा सकता था। गांव के लोगों ने वन विभाग से गश्त बढ़ाने और सुरक्षात्मक कदम उठाने की मांग की है।