*खबर दृष्टिकोण हरिराम मौर्य*
*अजान खीरी* शनिवार सुबह लखीमपुर खीरी के महेशपुर वन क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना सामने आई। परसेहरा गांव निवासी राम शंकर (55 वर्ष) और उनका पुत्र पवन वर्मा (23 वर्ष) अपने खेत में परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घास काट रहे थे। इसी दौरान अचानक झाड़ियों से एक बाघ निकला और पिता-पुत्र पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना सुबह लगभग 9 बजे नहसीरपुर गांव के पास हुई। गन्ने के खेत में अचानक हुए इस हमले से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। राम शंकर और पवन को पहले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। हमले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बाघ की मौजूदगी की पुष्टि की और तत्काल ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी। साथ ही घायलों को विभाग की ओर से 5 हजार रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। वन विभाग के अनुसार, गन्ने के खेतों में इस मौसम में बाघों की आवाजाही सामान्य होती है। इसी कारण ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे खेतों में अकेले न जाएं और समूह में काम करें। विभाग जल्द ही बाघ को पकड़ने के लिए अभियान शुरू करेगा। ग्रामीणों में इस घटना के बाद डर का माहौल है। कई लोगों ने वन विभाग से सुरक्षा के ठोस इंतजाम और बाघ की निगरानी की मांग की है।
