3 जुलाई तक पहुंचेंगी 2600 एमटी यूरिया की खेप, प्रशासन ने जल्द राहत का भरोसा दिलाया
ख़बर दृष्टिकोण
*संसारपुर, खीरी।* जिले में इन दिनों यूरिया खाद की भारी किल्लत से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। सोमवार सुबह ग्रंट नंबर 18 स्थित साधन सहकारी समिति छत्तीपुर पर खाद के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। स्थिति संभालना समिति कर्मचारियों के लिए मुश्किल हो गया तो समिति सचिव ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस सहायता मांगी। सूचना पर तत्काल पहुंची थाना हैदराबाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और खाद वितरण व्यवस्था को नियंत्रित किया। पुलिस की मौजूदगी में वितरण प्रक्रिया फिर से शुरू हो सकी। “स्थानीय किसानों का कहना” है कि वे कई दिनों से खाद के लिए सहकारी समितियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन हर बार निराश लौटना पड़ता है। मांग अधिक और आपूर्ति बेहद कम होने से हालात गंभीर हो गए हैं। “एआर राज सिंह ने जानकारी दी “जल्द आएगी यूरिया की खेप तीन जुलाई तक 2600 मीट्रिक टन यूरिया जिले में पहुंचने वाली है। यह खेप सहकारी समितियों व निजी डीलरों (पीसीएफ कोटे) के माध्यम से वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि “हम प्रयास कर रहे हैं कि यह खेप सीधे गोला पहुंचाई जाए ताकि हर ब्लॉक की जरूरतें समय से पूरी की जा सकें।” प्रशासन का दावा है कि 2600 एमटी यूरिया की खेप आने के बाद जिले में खाद की किल्लत काफी हद तक दूर हो जाएगी और किसानों को राहत मिलेगी।
*3 जुलाई तक पहुंचेंगी 2600 एमटी यूरिया की खेप, प्रशासन ने जल्द राहत का भरोसा दिलाया*
*खबर दृष्टिकोण संवाददाता*
*संसारपुर, खीरी।* जिले में इन दिनों यूरिया खाद की भारी किल्लत से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। सोमवार सुबह ग्रंट नंबर 18 स्थित साधन सहकारी समिति छत्तीपुर पर खाद के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। स्थिति संभालना समिति कर्मचारियों के लिए मुश्किल हो गया तो समिति सचिव ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस सहायता मांगी। सूचना पर तत्काल पहुंची थाना हैदराबाद पुलिस ने मोर्चा संभाला और खाद वितरण व्यवस्था को नियंत्रित किया। पुलिस की मौजूदगी में वितरण प्रक्रिया फिर से शुरू हो सकी। “स्थानीय किसानों का कहना” है कि वे कई दिनों से खाद के लिए सहकारी समितियों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन हर बार निराश लौटना पड़ता है। मांग अधिक और आपूर्ति बेहद कम होने से हालात गंभीर हो गए हैं। “एआर राज सिंह ने जानकारी दी “जल्द आएगी यूरिया की खेप तीन जुलाई तक 2600 मीट्रिक टन यूरिया जिले में पहुंचने वाली है। यह खेप सहकारी समितियों व निजी डीलरों (पीसीएफ कोटे) के माध्यम से वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि “हम प्रयास कर रहे हैं कि यह खेप सीधे गोला पहुंचाई जाए ताकि हर ब्लॉक की जरूरतें समय से पूरी की जा सकें।” प्रशासन का दावा है कि 2600 एमटी यूरिया की खेप आने के बाद जिले में खाद की किल्लत काफी हद तक दूर हो जाएगी और किसानों को राहत मिलेगी।
