(खबर दृष्टिकोण) बाराबंकी – 1857 के प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम की महान सेनानी वीरांगना उदा देवी नेे अंग्रेजी सेना से लोहा लेते हुये अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुये आजादी के संघर्ष में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। वीरांगना का जीवन साहस संघर्ष और समाजिक समरसता का प्रतीक है। उन्होनें यह सिद्ध कर दिया कि आजादी की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका पुरूषों से कम नही थी एैसी वीरांगना जिसने अंग्रेेजी सेना के दांत खट्टे कर दिये उनकी जयन्ती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। उक्त उद्वगार बाराबंकी लोकसभा क्षेत्र के सांसद तनुज पुनिया ने आज अपने ओबरी आवास पर कांग्रेस परिवार के द्वारा प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम की महान नायिका वीरांगना उदा देवी की जयन्ती के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने के पश्चात व्यक्त किये। श्रद्धांजलि सभा समारोह में पूर्व सांसद डा, पी, एल, पुनिया, कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन तथा नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटो वाला विशेष रूप से मौजूद रहे। उक्त अवसर पर पूर्व सांसद डा, पी, एल, पुनिया ने वीरांगना उदा देवी के चित्र पर माल्यापर्ण करने के पश्चात कहा कि, वीरांगना उदा देवी केवल पासी समाज की नही बल्कि पूरे देश की अस्मिता और आत्मबल की प्रतीक है जिन्होनें आजादी की लड़ाई में अपने पति मक्का पासी की मौत का बदला लेने के लिये 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिये आजादी की लड़ाई की ऐसी महान नायिका की जयन्ती के अवसर पर हम कांग्रेस परिवार के साथ उनको बारम्बार नमन करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन ने वीरांगना के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये कहा, कि आजादी की लड़ाई में महिलाओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की है उनके बलिदान को भुलाया नही जा सकता आज की पीढ़ी को उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर सामाजिक न्याय और समानता के लिये संघर्ष करना चाहिये। कांग्रेस परिवार द्वारा वीरांगना उदा देवी की जयन्ती के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को वीरांगना उदा देवी अमर रहे के गगन भेदी नारों के साथ समाप्त किया। कार्यक्रम में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में में मुख्य रूप से सांसद तनुज पुनिया, पूर्व सांसद डा, पी, एल, पुनिया कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद मोहसिन, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटो वाला, सरजू शर्मा, इरफान कुरैशी, शिव शंकर शुक्ला, आफाक अली, राम हरख रावत, जयन्त गौतम, मोहम्मद आरिफ, श्रीेकान्त मिश्रा, धनन्जय सिंह, महेन्द्र पाल वर्मा, सुशील वर्मा, आमिर किद्वई, रघुराज रावत, गोपी कनौजिया, अखलेश वर्मा, विजय पाल गौतम, वीरेन्द्र रावत, सोनू रावत, बबलू अंसारी, सहित दर्जनों की संख्या में कांग्रेसजन थे।