*प्रशासन से की षड्यंत्र कारियों पर कार्यवाही की मांग*
*खबर दृष्टिकोण संवाददाता*
*संसारपुर खीरी* थाना मैलानी क्षेत्र में अवैध खनन का सच उजागर कर रहे पत्रकार पीयूष दीक्षित के खिलाफ गहरी साजिश रचने का खुलासा हुआ है। ग्रामीणों की सूचना पर लगातार खनन माफियाओं की पोल खोलते हुए पीयूष दीक्षित ने कई अहम समाचार प्रकाशित किए। जिससे बौखलाए खनन माफिया अब उन्हें राघवेंद्र वाजपेई कांड की तर्ज पर गंभीर क्षति पहुंचाने की साजिश रच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, खनन माफियाओं ने पत्रकार को विभिन्न तरीकों से खनन स्थल पर बुलाने की कोशिश की ताकि कोई बड़ी वारदात को अंजाम दिया जा सके। पत्रकार पीयूष दीक्षित ने समय रहते खतरे को भांपते हुए प्रशासन को पत्र लिखकर अवगत कराया कि यदि उन्हें या उनके परिवार को कोई जान-माल की हानि होती है तो इसका सीधा जिम्मेदार क्षेत्रीय प्रशासन एवं खनन माफिया होंगे। पीयूष दीक्षित ने यह प्रार्थना पत्र जिला अधिकारी लखीमपुर खीरी, पुलिस अधीक्षक लखीमपुर खीरी, डीजीपी उत्तर प्रदेश, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश एवं मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को प्रेषित किया है। उन्होंने शासन से मांग की है कि खनन माफियाओं पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए एवं उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए। पत्रकार पीयूष दीक्षित का कहना है कि वे अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जनता की आवाज बने हैं और अवैध गतिविधियों को उजागर कर रहे हैं। लेकिन इसके बदले उन्हें धमकियों और जानलेवा साजिशों का सामना करना पड़ रहा है।”जनता की मांग:”स्थानीय लोगों एवं पत्रकार संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि पत्रकारों को पूरी सुरक्षा प्रदान की जाए और खनन माफियाओं पर कठोर कार्यवाही की जाए ताकि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित रह सके।
“न्याय की गुहार:” पीयूष दीक्षित ने न्याय की गुहार लगाते हुए स्पष्ट कहा कि यदि प्रशासन ने समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की, तो पत्रकारों की सुरक्षा संकट में पड़ सकती है और सच्चाई सामने लाने वाले लोग खतरे में रहेंगे। अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन जागरूकता और त्वरित कार्रवाई दिखाकर पत्रकारों को सुरक्षा देने में सफल होता है या खनन माफियाओं की दबंगई इसी तरह जारी रहेगी।
एसडीएम गोला का इस विषय पर कहना है जो भी इस षड्यंत्र में शामिल है उन पर कठोर कारवाही की जाएगी।
