*चोरी की अधिकांश घटनाओं में मकान के पीछे से सेंध लगा चोरी की वारदात को अंजाम दिया जा रहा है।*
*एक नजर सेंध लगाकर हुई हाल की घटनाओं पर*
1. विगत दिनों पहले टिकौला ग्राम में मकान के पीछे से दीवार काट कर 70 हजार नगदी समेत कीमती सामान चुरा ले गए थे।
2. उसके बाद उम्मरपुर गांव में भी दीवार काट कर चोरी की घटना की वारदात को अंजाम दिया गया जिसमें कीमती ज्वैलरी व नकदी समेत गृहस्थी का सामान चुरा ले गया था।
3. मूड़ा बुजुर्ग गांव में दो घरों को नकाबपोश चोरों ने अपना निशाना बनाया था,जहां से कीमती सामान समेत नगदी चुरा ले गए थे।
खबर दृष्टिकोण: अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ/नीमगांव खीरी। थाना नीमगांव क्षेत्र में चोरों का आतंक निरंतर जारी है,चोरों ने सोमवार की रात में थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव में रमेश त्रिपाठी के मकान के पीछे से सेंध लगाकर अज्ञात चोरों ने बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। घर से 50 हजार की नकदी समेत 15 लाख के गहने, व कीमती बर्तन चोरी होनी की घटना प्रकाश में आई।
*घर व छत तथा दरवाजे पर सोते रहे स्वजन।*
गृह स्वामी रमेश त्रिपाठी ने बताया की घर के बरामदे में मेरी मां सो रही थी,तथा अन्य परिजन घर के दो मंजिल की छत पर सो रहे थे,घटना की जानकारी तब परिजनों को हुई जब पीड़ित रमेश त्रिपाठी की मां की आंख खुली, रमेश त्रिपाठी बैंक में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी करता हा छुट्टी होने पर अपने घर आया था रमेश त्रिपाठी अपनी लायसेंसी बंदूक बैंक में रख कारतूस लेकर घर आ आया था,माना जा रहा है कि चोर घर के बरामदे में सो रहे रमेश त्रिपाठी की मां को नशीली पदार्थ सुंघा देने की बात कही,जिससे पीड़ित की मां को चोरी की जानकारी नहीं हुई,चोर घर के अन्दर आलमारी व बक्से का ताला तोड़ रखी नगदी,सोने चांदी के कीमती आभूषण,कीमती बर्तन समेत कपड़े और कमरे में रखी बंदूक 12 बोर की करीब 10 कारतूस भी उठा ले गए।
घटना की सूचना थाना पुलिस को दी गई थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक धीमान घटना स्थल पर पहुंचे, फॉरेंसिक टीम को बुला अहम साक्ष्य एकत्र किए,नीमगांव थाना क्षेत्र में नए प्रभारी निरीक्षक के कमान संभालने के बाद,अपराध पर लगाम लगाना थाना प्रभारी निरीक्षक आलोक धीमान के लिए चुनौती बना हुआ है वहीं हो रही दिन प्रतिदिन चोरी की वारदात रुकने का नाम भी नहीं ले रही है।
उल्लेखनीय हैं कि करीब एक सप्ताह के अंतराल में यह तीसरी घटना है,अभी हाल ही में, अजमतपुर व बिलहरी गांव में चोरों ने घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस गश्त की कमी से चोरी की वारदातें बढ़ सकती हैं। पुलिस गश्त का उद्देश्य अपराध को रोकना और समुदाय में सुरक्षा की भावना पैदा करना है। जब पुलिस गश्त नहीं होती है, तो अपराधी को अपने अपराध करने का अवसर मिल सकता है।
*पुलिसिया गश्त पर उठ रहे सवाल*
1. थाना क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है पुलिस रात्रि गश्त की कमी से थाना क्षेत्र में चोरी, लूट और अन्य अपराधों में वृद्धि हो रही है।
पुलिस गश्त की कमी से चोरी की वारदातें थाना क्षेत्र में बढ़ोतरी होने लगी हैं, समाज में जागरूकता,सुरक्षा की भावना पैदा करना और बेहतर पुलिसिंग और तकनीक का उपयोग करके अपराध को रोकने और समाज में सुरक्षा की भावना पैदा करने में मदद मिल सकती है,हो रही घटनाओं पर लगाम लग सकता है।