खबर दृष्टिकोण ब्यूरो
कप्तानगंज, कुशीनगर। क्षेत्र के ग्राम सभा गिदहा चक बैरिया में 33 हजार केवीए का विद्युत उपकेंद्र बना हुआ है। इस विद्युत उपकेंद्र से लगभग सैकड़ो गांव की विद्युत सप्लाई दी जाती है जिसमें विद्युत उपकेंद्र पर तीन फीडर बना हुआ है जो की एक फीडर कई वर्षों से खराब पड़ा हुआ है। कई बार ग्रामीणों द्वारा विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता हाटा को सूचित किया जा चुका है परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई।
यह कहानी उच्च अधिकारियों की है, साथ ही साथ विद्युत उपकेंद्र गिदहा चक बैरिया पर तैनात जेई व लाइनमैन द्वारा जनता का शोषण करते हुए दिन प्रतिदिन घोर लापरवाही किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक यहां तैनात कर्मचारियों से बिजली सप्लाई बाधित होने का कारण अगर जानने की कोशिश की जाती है तो यहां के कर्मचारियों द्वारा पूरे रौब में जवाब दिया जाता है। जेई प्रदीप शर्मा के मोबाइल पर जब भी बात करने का प्रयास किया जाए इनका मोबाइल स्विच ऑफ रहता है। इस विद्युत उपकेंद्र की कोई रोस्टिंग का टाइमिंग भी नहीं है। कार्यरत एसएचओ विकास यादव, अनुराग चौधरी, अजीत कनौजिया तथा राजकुमार सभी अपनी-अपनी ड्यूटी में घोर लापरवाही करते हैं। जब मन करता है इनका तो विद्युत सप्लाई काट देते हैं और जब मन करे तब विद्युत सप्लाई बहाल करते हैं जिससे गांव व क्षेत्र की जनता को तमाम परेशानियों से झेलना पड़ रहा है।
सरकार की दिशा निर्देश में ग्रामीणों में 18 घंटे की जो विद्युत सप्लाई की व्यवस्था की गई है वह व्यवस्था इस विद्युत उपकेंद्र पर लागू नहीं है। संवाददाता द्वारा उक्त समस्या पर बात की गई तो एसएचओ विकास यादव द्वारा गोल मोल जवाब देकर बात टालनी चाही जिसपर बात आगे बढ़ाने पर एसएचओ जवाब देने से कतराने लगे जो बेहद शर्मनाक है। सूत्रों के अनुसार इस विद्युत उपकेंद्र पर कार्यरत प्रदीप शर्मा द्वारा क्षेत्र में घूम-घूम कर सिर्फ पैसा वसूला जा रहा। मीटर खराब करके मीटर बदला जा रहा व जनता को येन केन प्रकारेण भय दिखाकर काफी शोषण किया जा रहा है। दिन-रात जनता से धन उगाही का आरोप लग रहा है। यहां पर तैनात कर्मचारी भी इसमें संलिप्त हैं जो काफी संवेदनशील मामला है।
