(खबर दृष्टिकोण) बाराबंकी… जिले में नीदरलैंड और भारत सरकार के सहयोग से इंडो-डच सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी। इसके जरिए सब्जियों और फूलों की उत्कृष्ट खेती की जाएगी। इसे लेकर मंगलवार को नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने जिले का दौरा भी किया है। जिले में पहुंचे नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने बताया कि सब्जियों और फूलों की उत्कृष्ट खेती के लिये इंडो-डच सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना जिले के सतरिख क्षेत्र के तीरगांव में की जाएगी। डच सरकार (नीदरलैंड) और भारत सरकार के सहयोग से खोला जा रहा यह सेंटर टेक्नॉलोजी के सहारे किसानों को सब्जियों और फूलों की खेती, उत्पादन जैसी विभिन्न गतिविधियों में मदद करेगा। इसके अलावा यहां से गुणवत्ता परक और उन्नत किस्म के बीज किसानों को वितरित किए जाएंगे। किसानों, उद्यमियों एवं अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसी सेंटर को लेकर नीदरलैंड के वैज्ञानिक जोप वैन वैलन तीरगांव पहुंचे और उन्होंने वहां की जमीन, मिट्टी, पानी और क्लाइमेट और एरिया की जांच पड़ताल की। उन्होंने देखा कि यहां उत्कृष्टता केंद्र बनने के बाद किसानों को लिये यह कैसे उपयोगी होगा। वैज्ञानिक जोप वैन वैलन ने किसानों के खेत और मंडियों में जाकर भी स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के समय अयोध्या मंडल की डिप्टी डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर गीता त्रिवेदी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. धीरेंद्र सिंह और सहायक उद्यान निरीक्षक सौरभ कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी भी टीम के साथ उपस्थित रहे। माना जा रहा है कि इस सेंटर के बन जाने के बाद यहां के किसान सब्जियों और फूलों की खेती में अपनी कामयाबी का झंडा गाड़ेंगे।
