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डीएम के आदेश का अनुपालन कराने में नाकाम स्थानीय प्रशासन

 

 

 

 

(एसडीएम मोहनलालगंज कार्यवाही करने के बजाए लेखपाल सुशील गुप्ता को बचाने में जुटे)

 

 

(मऊ में करोड़ों की भूमि खाली कराने का दावा करने वाले अफसर बिल्डरों पर मेहरबान,अबतक नहीं दर्ज हुई अवैध कब्जेदारो पर एफआईआर)

ख़बर दृष्टिकोण

मोहनलालगंज। नगर पंचायत में प्रॉपर्टी डीलरों ने धरना स्थल के लिए सुरक्षित भूमि को भी नही छोड़ा है।मऊ गांव की तकरीबन 30 बीघे सरकारी जमीन बस तहसील के नक्शे में ही सीमित होकर रह गई है। इस तरह प्राइवेट कंपनिया बेशकीमती सरकारी जमीनों तथा सुरक्षित श्रेणी तालाब पर अवैध कब्जे करती रहीं लेकिन तहसील अधिकारी मूकदर्शक बने रहे। डीएम विशाख जी की फटकार के बाद जायजा लेने पहुंचे एसडीएम मोहनलालगंज ब्रजेश वर्मा ने बिना पड़ताल किए अब नक्शा शॉर्ट होने का बहाना बनाकर हकीकत पर पर्दा डालने में जुट गए हैं।

 

तहसील मुख्यालय की नगर पंचायत के मऊ गांव में गाटा संख्या 1688 जिसका रकबा लगभग 30 बीघा है जिसमें धरना स्थल हेतु गाटा संख्या 1688छ/0.253हे0 व 1688ट/0.164हे0 जो कुल रकबा एक बीघा तेरा बिस्वा सुरक्षित किया गया तथा 1688ड/0.253हे0 राज्य सरकार ,1688‌‌ अईया रकबा 0.253हे0 ऊसर आदि सुरक्षित एवं सरकारी जमीनों पर प्रापर्टी डीलरो ने बेहिचक अवैध प्लाटिंग कर दी है यही नहीं इसी भूमि के आसपास ऊसर बंजर, नवीन परती तथा सुरक्षित श्रेणी तालाब की भूमि गाटा संख्या 1735,1612 आदि बेशकीमती भूमि पर अवैध कब्जा कर रास्ता आदि बनाते हुए प्लाटिंग की गई है आरोप है कि लेखपाल सुशील गुप्ता व नगर पंचायत के आउट सोर्सिंग कर्मचारी अंकुर निगम की इस में मिलीभगत है जिसकी शिकायत नगर पंचायत के सभासदों ने गत 15 फरवरी को तहसील दिवस में जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर से की उन्होंने एसडीएम ब्रजेश वर्मा को तीन दिन में अवैध कब्जों को हटाने एवं दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। डीएम की फटकार के बाद चार दिन बाद 19 फरवरी को एसडीएम बृजेश वर्मा क्षेत्रीय लेखपाल सुशील गुप्ता के साथ मौके की सरसरी जांच हेतु पहुंचे तो वहां पर धरना स्थल सहित अन्य सरकारी जमीनें गायब मिली मौके पर प्लाटिंग कंपनियों की बाउंड्री वॉल तथा प्लाटिंग मिली इस पर उनके होश उड़ गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने भी बताया कि प्लाटिंग कंपनियों ने सरकारी भूमि पर रास्ता एवं प्लाट बनाकर कब्जा कर प्लाट बेच रहे है इस संबंध में एसडीएम बृजेश वर्मा ने बिना पड़ताल कराए ही नक्शा शॉट होने की बात कहते हुए पल्ला झाड़ने लगे और बताया कि लेखपाल सुशील गुप्ता को नक्शा संशोधन तथा गाटा संख्या 1688 का भौतिक विभाजन की कार्रवाई का निर्देश दिया गया है उनसे पूछा गया कि धरना स्थल सहित अन्य सरकारी जमीनों के अवैध कब्जेदारो के विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई इस पर वह चुप्पी साध गए कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।

 

 

***लेखापाल को बचाने में जुटे जिम्मेदार अफसर……

 

नगर पंचायत मोहनलालगंज क्षेत्र के मऊ में बेशकीमती सरकारी तथा सुरक्षित श्रेणी की भूमि पर प्रापर्टी डीलरो द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर प्लाटिंग किए जाने के सम्बन्ध में भाजपा सभासद हिमांशु तिवारी ने नवागंतुक डीएम विशाख जी से शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की थी।जिस पर डीएम ने 2 दिन में कार्यवाही हेतु निर्देशित किया था।एसडीएम के स्थलीय निरीक्षण में अवैध कब्जा पाया गया और ग्रामीणों ने लेखपाल की मिलीभगत का आरोप भी लगाया परन्तु एसडीएम ने लेखपाल सहित बिल्डरों पर कार्यवाही करने के बजाए लेखपाल सुशील गुप्ता को बचाने में जुटे हुए है वहीं एक सप्ताह का समय बीत गया अबतक बिल्डरों पर एफआईआर तक नहीं दर्ज करवायी जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

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