*कृष्णा नगर व मानक नगर दोनों थाने के सिपाही व दरोगा करते हैं जम कर वसूली*
*परिवहन मंत्री दया शंकर की चुप्पी,आखिर अभी तक इन बसों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते: गंभीर जांच का विषय*
*खबर दृष्टिकोण लखनऊ*
*आशीष कुमार सिंह विशेष संवाददाता*
*लखनऊ* आलमबाग रोडवेज बस अड्डे से एक किलोमीटर की दूरी पर बाराबिरवा अवध चौराहे पर अवैध रूप से चल रहीं बसें सवारी भरकर ले जाती हैं, वहीं पूरे लखनऊ के विभिन्न जगहों से अवैध रूप से डबल डेकर बसें चल रही हैं, इन बसों का संचालन रोकने के लिए कई समाचार पत्रों ने खबरें प्रकाशित की वहीं पर कुछ समाजसेवियों ने कई बार परिवहन विभाग को चिट्ठी लिखकर कार्यवाही की बात कह चुका है पर अभी तक प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई।
यूपी के लखनऊ जिले में अवैध रूप से चल रहीं दर्जनों डग्गामार बसों पर परिवहन विभाग रोक नहीं लगा पा रहा है, जिसके चलते हर महीने लाखों के सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है। इस मामले में रोडवेज प्रबंधन की तरफ से उप संभागीय परिवहन अधिकारी को कई पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन उसके बावजूद भी अवैध बसों पर कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई।
दरअसल आलमबाग डिपो के सामने ही कई प्राइवेट व अवैध रूप से चल रहीं बसें सवारियां बैठा लेती हैं। चूंकि इन बसों का किराया रोडवेज से कुछ कम होता है इसलिए बहुत से लोग इन बसों पर बैठ लेते हैं। इसके कारण रोडवेज को सवारी कम मिलती हैं।
*आगरा एक्सप्रेस वे रूट पर चल रहे डग्गामार डबल डेकर बसें*
सबसे ज्यादा अवैध संचालन आगरा एक्सप्रेस वे रूट पर होता है, लखनऊ शहर के अलावा आगरा, राजस्थान, जयपुर, अजमेर, से कई बसें अवैध रूप से चल रही हैं। इनमें कई डबल डेकर बसें भी हैं। यह बसें निर्धारित संख्या से ज्यादा सवारियां बैठा कर चलती हैं। साथ ही इनके ड्राइवर भी ज्यादा प्रशिक्षित नहीं होते जिससे आये दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं।
*दिल्ली तक जाती रास्ते में कहीं नहीं रोकी जातीं*
हैरान करने वाली बात यह भी है कि अवैध रूप से चल रहीं बसें दिल्ली तक सवारियां ढो रही हैं। ये बसें कई जिलों से होकर गुजरती हैं लेकिन कहीं भी इनको रोका नहीं जाता है। इससे स्पष्ट है कि हर जिले में अधिकारी इनको खुली छूट देते हैं।
*नो एंट्री के बावजूद धड़ल्ले से प्रवेश करती बसें*
राजधानी लखनऊ शहर में सुबह आठ बजे से शाम आठ बजे तक भारी वाहनों की नो एंट्री लागू है। लेकिन इसकी भी अनदेखी की जा रही है। राजधानी लखनऊ के अंदर बाराबिरवा अवध चौराहे पर अवैध बस अड्डे चल रहे हैं। इन अड्डों की बसें लखनऊ में नो एंट्री की परवाह न करते हुए लखनऊ में धड़ल्ले से प्रवेश करती हैं।
*सड़क की फुटपाथ पर खड़ी होती बसें*
प्राइवेट बस संचालक अपनी बसों को शहर की फुटपाथ के दोनों ओर खड़ा करते हैं जिससे पैदल चलने वाले लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ता है साथ ही जाम की समस्या भी बन जाती है।
*अपनी जेब भरने में जुटा है परिवहन विभाग, व मानक नगर थाना*
दरअसल अवैध रूप से चल रही बसों से परिवहन विभाग खुद वसूली करता है। ऐसे में जब अपनी जेब भर रही हो तो सरकारी राजस्व की चिंता आधिकारियों को नहीं रहती। सूत्रों का कहना है कि मानक नगर व कृष्णा नगर दोनों थाने की पुलिस करती है जम कर वसूली और कार्यवाही सिर्फ उन्हीं बसों पर की जाती है जो परिवहन विभाग को हफ्ता या महीना नहीं पहुंचाते। यही कारण है कि हर रूट पर दर्जनों अवैध बसों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है।
*बड़ा सवाल*
*यूपी में अवैध रूप से चल रहीं दर्जनों डग्गामार बसों पर परिवहन विभाग रोक नहीं लगा पा रहा*
*इन बसों की वजह से हर महीने लाखों के सरकारी राजस्व को चूना लग रहा है*
*रोडवेज प्रबंधन की तरफ से उप संभागीय परिवहन अधिकारी को कई पत्र लिखे जा चुके हैं लेकिन उसके बावजूद भी अवैध बसों पर कोई भी प्रभावी कार्यवाही नहीं हुई*