*दहशत में है पीड़िता आत्महत्या के लिए खोज रही रास्ता*
*रात ग्यारह बजे विपक्षियों के साथ दल बल के साथ सुलह करने का दिया दबाव: पीड़िता*
*खबर दृष्टिकोण लखनऊ*
*आशीष कुमार सिंह विशेष संवाददाता*
*लखनऊ/माल* राजधानी लखनऊ के थाना माल के गुमसेना गांव में दलित नाबालिक युवती के साथ हुए गैंगरेप माल क्षेत्र के एक गांव की रेप पीड़िता ने परिजनो के साथ जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। उसने आरोप भी लगाया था, कि पुलिस ने उसका मामला न दर्ज कर उसे भगा दिया था। इसके बाद पुलिस ने सभी नामजद व अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करने के बजाए आरोपियों का पक्ष लेकर आख्या रिपोर्ट में युवती का कहीं पर भी नाबालिक होने का जिक्र नहीं किया है और एक तरफ माल पुलिस यह भी कह रही है रिपोर्ट आख्या में की रेप पीड़िता प्रकाश की सौतेली बेटी है जबकि प्रकाश का कहना है कि यह रिपोर्ट पुलिस ने विपक्षियों से पैसा लेकर लगाया है हमने कभी भी कोई दूसरी शादी नहीं की है अगर हमारी शादी दूसरी हुई है तो जाहिर सी बात है हमारी पत्नी अगर मर भी चुकी है तो उसके घर वाले भी कहीं होंगे पुलिस उसका खुलासा क्यों नहीं कर रही है पुलिस कैसे कह दे रही है कि हमारी बेटी सौतेली है पीड़िता का आरोप है कि चार साल पहले उसके साथ बलात्कार कर रजनीश ने हमारे आधार कार्ड को करेक्शन करा कर के हमारी उम्र बड़वाकर हमसे जबरदस्ती शादी की थी और रजनीश शारीरिक शोषण करता रहा। जिससे वह गर्भवती भी हो गई है। और एक बच्चे को जन्म भी दे चुकी है। अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस ने आख्या रिपोर्ट तो लगा दिया है जिस रिपोर्ट में पुलिस ने रेप पीड़िता को सौतेला होने का दावा कर रही है और आरोपियों के नाम भी छिपाने का प्रयास कर रही है क्योंकि थाने पर शिकायती पत्र अगर पीड़िता के पिता ने नहीं दिया है तो कारण और आरोप प्रकाश ने यह भी तो लगाया है की हमारे ही गांव के वर्तमान प्रधान रामकुमार ने नहीं लिखाने दिया आखिर प्रधान की संलिप्त्ता रेप कांड में होने के बावजूद भी आख्या रिपोर्ट में प्रधान का नाम का जिक्र नहीं यह भी पुलिस के द्वारा लगाई आख्या रिपोर्ट पर कहीं न कहीं बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है कहीं माल पुलिस प्रधान को बचाने के प्रयास में तो नहीं नाबालिक दलित युवती के गैंग रेप आरोपियों के साथ मिलकर नाबालिक युवती की उम्र को बालिक बताकर फर्जी दस्तावेज बनाकर जबरन शादी को राजीनुमा शादी बता रही है।

*पुलिस की एकपक्षीय आख्या रिपोर्ट से सवालों के घेरे में माल पुलिस*
गुमसेना गांव की दलित परिवार की लड़की के साथ हुए गैंगरेप का मामला तूल पकड़ रहा है पीड़िता के पिता प्रकाश की माल थाने में रिपार्ट ना लिखे जाने के बाद प्रकाश ने जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री से शिकायत की थी जिसकी संदर्भ संख्या-40015724077076 पर दर्ज कराई थी जिसमें माल थाने के दरोगा अमरपाल साहू ने जांच किया और आख्या रिपोर्ट में चौकाने वाली रिपोर्ट लगाई है जांच रिपोर्ट के हिसाब से राजकुमार,रजनीश व मंजू के कूटरचित दस्तावेजों की तैयारी करके नाबालिक लड़की को बालिक बनाकर शादी करना जो की कानूनन अपराध भी है।
*राशन कार्ड, मार्कशीट हर जगह पीड़िता का नाम, फिर पुलिस कैसे कह रही सौतेली*
पीड़िता के पिता प्रकाश का कहना है हमने कभी दूसरी शादी नहीं किया हमारे छ: बच्चे है जिसमें बड़ी बेटी की शादी कर दिया था पांच बच्चों की अभी भी शादी करनी है जिसमें (बदला हुआ नाम रोशनी) की शादी अभी उसकी उम्र नहीं हुई थी उस वजह से अभी उसकी शादी में समय था हमारी बेटी का अपहरण करके उसके साथ ग्राम प्रधान की मिलीभगत से कई लोगों ने उसके साथ रेप किया उसका आधार कार्ड में उम्र बदलाकर उसके साथ बगैर हम लोगों के मर्जी से जबरदस्ती शादी की गई जिसमें हम व हमारी पत्नी किसी को भी नहीं बताया गया न ही हमारे पक्ष का कोई भी व्यक्ति गवाहों के तौर पर शादी में मौजूद थे। प्रकाश ने यह भी कहा पुलिस उन लोगों के बचाव के लिए आख्या रिपोर्ट जो लगाई है उसमें हमारी बेटी को सौतेला होने की बात कही है। जबकि यह सरासर गलत रिपोर्ट लगाई है जांच दरोगा अमरपाल साहू प्रधान के दरवाजे कई बार आए रात में उनके दरवाजे पर बैठकर चाय भी पी और मनगढ़ंन्त रिपोर्ट बनाकर लगा दी दरोगा हमारे दरवाजे आकर हमारे बयान कभी भी लेने हमारे दरवाजे पर नहीं आए हां प्रधान के दरवाजे से वापसी आने के बाद एक बार हमारे घर के पास रात में 11 बजे आए और हमें ही गंदी गंदी गालियां देकर हमारे पूरे परिवार को जेल भेजने की धमकी जरूर देने आए और हमारे विपक्षियों से पैसा लेकर झूठी रिपोर्ट लगाई है जिसका सत्यापन करना पुलिस की ड्यूटी बनती है की हमने अगर शादी की है तो वह पत्नी अगर मर भी चुकी है तो उसके घर परिवार के लोगों का सत्यापन रिपोर्ट भी तो साथ में आख्या रिपोर्ट में लगानी थी।
*पीड़िता के पिता का आरोप हमारे परिवार रजिस्टर में पुलिस को पता करना चाहिए हमारे परिवार के सदस्यों की संख्या*
प्रकाश ने पुलिस के ऊपर झूठी रिपोर्ट लगाने के आरोप के साथ यह भी बताया की पुलिस को हमारा परिवार रजिस्टर नकल निकलवाए बगैर कैसे हमारी बेटी को सौतेला बता रही है यह एक बहुत ही गंभीर जांच का विषय है।
*पीड़िता और उसके पिता बलत्कार दोषियों व माल पुलिस के द्वारा लगाई गई जांच आख्या रिपोर्ट को लेकर मुख्यमंत्री से लगाएंगे न्याय की गुहार*
पीड़िता के पिता मुख्यमंत्री से मिलने की तैयारी कर रहे हैं माल पुलिस की दोषियों को बचाने व गलत तरीके की आख्या रिपोर्ट लगाने से दोषियों के हौसले बुलंद हैं जिससे हमें और हमारे परिवार पर खतरा मंडरा रहा है कभी भी माल पुलिस दोषियों से मिलकर हमारे व हमारे परिवार पर जानलेव हमला करा सकती है जिसके लिए न्याय की गुहार लगाने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए प्रयास चल रहा है बहुत जल्द पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री से मिलकर बताएगी अपनी फरियाद।
*बड़ा सवाल*
*पीड़ित परिवार को क्या योगी सरकार में न्याय मिल पाएगा*
*माल पुलिस को झूठी आख्या रिपोर्ट लगाने और दोषियों के ऊपर मुकदमा न लिखने के आरोप में कमिश्नर साहब का अगला निर्देश क्या होगा*
*क्या माल पुलिस प्रधान रामकुमार के साथ नाबालिक के साथ हुए रेप के बल्तकारियों को सजा दिलाएगी*