खबर दृष्टिकोण, जिला संवाददाता
बाराबंकी। जनपद के विकास खंड रामनगर के विभिन्न ग्राम पंचायतों जैसे लोहटी जई, रेहरी बाजार, गणेशपुर, मीतपुर, बड़नपुर, लकड़मंडी, गोबरहा, महादेवा और बहरामघाट में हजारों बंदरों का आतंक फैला हुआ है। बंदरों ने इस कदर आतंक मचाया है कि वे छोटे-बड़े बच्चों, महिलाओं और पुरुषों पर हमला करने से भी नहीं चूक रहे हैं, जिससे कई लोग घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों की माने तो जब वे बाजार से सामान लेकर लौटते हैं, तो बंदर उनसे खाने-पीने और अन्य आवश्यक सामानों को छीन लेते हैं। इस समस्या को लेकर किसान संगठन ने कई बार उपजिलाधिकारी रामनगर को लिखित प्रार्थना पत्र दिया है, लेकिन वन विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मीतपुर के पूर्व प्रधान रिंकू त्रिवेदी बताते हैं कि, “बंदरों ने पूरे गांव में आतंक फैला रखा है। सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।” सुशील कुमार त्रिवेदी ने कहा कि बंदर घरों में घुसकर खाद्य सामग्री उठाने के अलावा कपड़े भी फाड़ देते हैं।
मौसम की मार झेलने के बाद बची-कुची धान की फसल को बंदरों द्वारा बर्बाद किया जा रहा है। बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि वे धान की फसल को भी नष्ट कर रहे हैं, जिससे किसानों की जीविका पर संकट मंडरा रहा है। स्थानीय तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि वन विभाग को इस समस्या के समाधान के लिए निर्देशित किया जा चुका है और जल्द ही बंदरों को पकड़ने के ठोस कदम उठाए जाएंगे।