खबर दृष्टिकोण
ब्यूरो रिपोर्ट
सीतापुर। सेल्फी लेते समय ट्रेन की चपेट में आकर जान गंवाने वाले दंपती के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मोहम्मद अहमद बुनकरी का काम करता था। वह पत्नी व पुत्र के साथ अपने परिवार से अलग रहता था। दोनों का निकाह चार साल पहले ही हुआ था। चेहुल्लम पर लगने वाले मेले में शामिल होने के लिए वह पत्नी व बच्चे संग हरगांव के क्योंटी कला में अपने फूफा रहमत अली के यहां रुक गया था। पिता परचून की दुकान चलाते थे। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं मोहल्ले में जिसने भी यह घटना सुनी वह दंग रह गया। जरा सी नादानी में परिवार को जीवन भर का जख्म दे दिया।
सख्ती के बाद भी लोग नहीं मानते
सख्ती के बाद भी लोग सेल्फी व रील बनाने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
सेल्फी के चक्कर में नहीं रहा ट्रेन का ध्यान
परिजनों की मानें तो दंपती घर लौट रहे थे। रेलवे पुल के साथ नीचे बह रही नहर को देख सेल्फी लेने लगे। इस बीच ध्यान नहीं रहा कि पीछे से ट्रेन आ रही है। जहां पर वह थे। वह हरगांव और ओयल की सीमा है। लोहे के रेलवे पुल पर सेल्फी लेते समय अचानक ट्रेन आ गई। ग्रामीणों ने उन्हें नहर में कूद जाने की सलाह दी लेकिन वह नहीं कूद पाए। एक जरा सी गलती में पूरा परिवार तबाह हो गया।