खबर दृष्टिकोण, संवाददाता
बाराबंकी। जनपद बाराबंकी मुख्यालय तहसील नवाबगंज के विकास खंड देवा की ग्राम पंचायत अजगना मड़वा गांव का हैं जहां पर प्रधान और केयर टेकर की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आई है, जो कि शौचालय का ताला ना खुलने से ग्रामीणों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि केयर टेकर द्वारा उनसे शौच के लिए ₹5 भी मांगे जा रहे थे लगभग 3 वर्ष पूर्व बने इस शौचालय में 1 साल से बराबर ताला लगा हुआ है। शौचालय निर्माण के लिए भूमि एक ग्रामीण किसान के द्वारा ही दी गई थी जिस पर सरकारी सार्बजनिक शौचालय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार जहां लोगों की सुविधा के लिए लाखों रुपए खर्च करके सामुदायिक शौचालय बनवाने का काम किया है, वही ग्राम प्रधान व गठित की गई समूह की महिलाओं की लापरवाही के कारण इस सुविधा का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। इस विषय पर ग्राम प्रधान से बात की तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के आरोप गलत है केयर टेकर महीने या इधर दो चार दिन से नहीं आ रही है। ग्रामीणों द्वारा दिए गए बयानों को ग्राम प्रधान ने गलत बताया है। अगर प्रधान की बातों पर विचार किया जाए तो साफ होता है की एक जवाब न होना महीने दो चार दिन इन शब्दों पर अगर विचार करते हैं तो कहीं ना कहीं साफ होता है कि ग्रामीणों के आरोप प्रत्यारोप सही हैं। हालांकि अब देखना या है की खबर प्रकाशन के बाद दबी आवाज उठने के बाद क्या कोई हरकत में आता है? क्या केयर टेकर अपने कार्यों का सही तरीके से निर्वाहन करती है या फिर स्थिति ऐसी तरह बनी रहेगी?