PM Narendra Modi Brunei Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण के तहत ब्रुनेई पहुंच गए हैं। ब्रुनेई दारुस्सलाम में पीएम मोदी का क्राउन प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने स्वागत किया। ब्रुनेई पहुंचने पर पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ब्रुनेई में पीएम मोदी देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। मोदी द्विपक्षीय यात्रा पर ब्रुनेई आने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। ब्रुनेई में प्रधानमंत्री मोदी वर्तमान सुल्तान के पिता द्वारा निर्मित एक मस्जिद का भी दौरा करेंगे। बुधवार को मोदी सुल्तान हसनल बोल्किया के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
भारतीय समुदाय को लोगों ने किया स्वागत
पीएम नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दौरान ब्रुनेई की राजधानी बंदर सेरी बेगवान के एक होटल में पहुंचे। इस दौरान भारतीय समुदाय ने उनका स्वागत किया।
पीएम मोदी ने भारतीय उच्चायोग के नए कार्यालय का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के बंदर सेरी बेगवान में भारतीय उच्चायोग के नए कार्यालय का उद्घाटन किया।
दोनों देशों के बीच मजबूत होंगे संबंध
बता दें कि, प्रधामंत्री मोदी ऐसे समय ब्रुनेई दौरे पर गए हैं, जब भारत और ब्रुनेई अपने कूटनीतिक संबंधों का 40 साल मना रहे हैं। पीएम मोदी का ब्रुनेई दौरा दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के लिहाज से अहम है। दोनों देश रक्षा सहयोग में संयुक्त वर्किंग ग्रुप स्थापित करना चाहते हैं। इसके अलावा पीएम मोदी के दौरे के दौरान ऊर्जा संबंधों और अंतरिक्ष क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ने की भी संभावना है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री की इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में हमारा सहयोग और मजबूत होगा और नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
सिंगापुर भी जाएंगे पीएम मोदी
ब्रुनेई से पीएम मोदी बुधवार को सिंगापुर जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, वरिष्ठ मंत्री ली सीन लूंग, गोह चोक टोंग से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे। मोदी ने कहा, ‘‘दोनों देश (सिंगापुर और ब्रुनेई) हमारी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और हिंद-प्रशांत के लिए दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण भागीदार हैं। मुझे विश्वास है कि मेरी यात्राओं से ब्रुनेई, सिंगापुर और वृहद आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) क्षेत्र के साथ हमारी साझेदारी और मजबूत होगी।’’