Breaking News

उद्धव छत्रपति शिवाजी का नाम लेते हैं, जबकि औरंगजेब और अफजल खान का अनुकरण करते हैं : मुख्यमंत्री शिंदे

 

मुंबई/ठाणे । महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने प्रतिद्वंद्वी और पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर औरंगजेब तथा अफजल खान के कार्यों का अनुकरण करने तथा छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से राजनीति करने के बजाय छत्रपति शिवाजी महाराज की नयी प्रतिमा स्थापित करने में राज्य सरकार का समर्थन करने का भी आह्वान किया। मुंबई में महा विकास अघाडी (एमवीए) के विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए, शिंदे ने विपक्ष पर सिंधुदुर्ग जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
शिंदे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उपमुख्यमंत्रियों- देवेन्द्र फडणवीस और अजित पवार तथा खुद उनके इस ‘‘दर्दनाक’’ घटना के लिए माफी मांगने के बावजूद विपक्ष राजनीति कर रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित कर्नाटक में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा को दो जेसीबी से उखाड़ दिया गया। शिंदे ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के लोगों ने उन्हें (ठाकरे को) उनकी जगह दो साल पहले ही दिखा दी थी। आप नाम तो छत्रपति शिवाजी महाराज का लेते हैं, लेकिन आपके काम औरंगजेबी और अफजल खानी हैं।’’
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की जनता विपक्ष को सबक सिखाएगी। मुगल सम्राट औरंगजेब और शिवाजी के बीच प्रतिद्वंद्विता थी और औरंगजेब ने धोखे से उन्हें कैद कर लिया था। औरंगजेब ने शिवाजी के पुत्र और उत्तराधिकारी छत्रपति संभाजी की हत्या भी कर दी थी। बीजापुर के सेनापति अफजल खान को मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी ने मार गिराया था। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि विपक्ष को अपनी हार दिख रही है क्योंकि मुख्यमंत्री लाडकी बहिन योजना शहरों के साथ-साथ गांवों में भी लाभार्थियों तक पहुंच गई है।
इससे पहले दिन में, राकांपा (एसपी) के प्रमुख शरद पवार और ठाकरे ने सिंधुदुर्ग जिले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दक्षिण मुंबई के प्रतिष्ठित हुतात्मा चौक से ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ तक एमवीए सहयोगी दलों के मार्च का नेतृत्व किया। ठाणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान शिंदे ने सभी राजनीतिक दलों से शिवाजी महाराज की एक नयी ‘‘विशाल और प्रेरणादायक’’ प्रतिमा के निर्माण में सरकार को समर्थन देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, ‘‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने देवता के रूप में बहुत सम्मान देते हैं। यह (प्रतिमा का ढहना) सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। सरकार ने जांच शुरू कर दी है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

About khabar123

Check Also

वक्फ बोर्ड मामले में आप विधायक अमानतुल्लाह खान की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी से रिपोर्ट तलब की है।

खान के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम चौधरी ने तर्क दिया कि “इसे कभी भी प्रारंभिक …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!