लंदन: इंग्लैंड में भारतीय मूल की 33 वर्षीय एक महिला ने अपनी ही बेटी की हत्या कर दी। अब उसे अदालत सजा सुनाएगी। महिला ने शुक्रवार को अपनी 10 वर्षीय बेटी की हत्या की बात स्वीकार कर ली। बच्ची का शव इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के ‘वेस्ट मिडलैंड्स’ क्षेत्र के एक कस्बे में उनके घर पर मिला था। जसकीरत कौर उर्फ जैस्मीन कांग पर चार मार्च को शे कांग की हत्या का आरोप लगाया गया था। वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने कहा था कि बच्ची राउली रेजिस के एक पते पर घायल अवस्था में मिली और उसे घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया था।
कौर ने जेल से वीडियो के माध्यम से वोल्वरहैम्पटन क्राउन अदालत में एक संक्षिप्त सुनवाई में कहा है कि वह कम जिम्मेदारी के आधार पर अपनी बेटी की हत्या के लिए दोषी हैं। अदालत की रिपोर्ट के अनुसार जज चैंबर्स ने कौर से कहा, “आपके मामले की सुनवाई संभवतः 25 अक्टूबर को होगी।” वहीं बचाव पक्ष की बैरिस्टर कैथरीन गोडार्ड ने अदालत को बताया कि मामले के “तथ्यों पर कोई विवाद नहीं है” और क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने पुष्टि की कि हत्या की दोषी कौर की याचिका अभियोजन पक्ष को स्वीकार्य है।
सीने पर किया था चाकू से वार
‘शॉर्पशायर स्टार’ ने बताया कि शे की मौत की जांच में पता चला था कि उसकी मौत सीने पर चाकू से वार करने के कारण हुई थी। जिस ब्रिकहाउस प्राइमरी स्कूल में शे छात्रा थी, उसने कहा कि इस दुखद मौत से बहुत दुख है। बयान में कहा गया है, “शे एक उज्ज्वल, खुशमिजाज, मौज-मस्ती करने वाली बच्ची थी, जिसे सभी बहुत पसंद करते थे और बहुत दुख के साथ सभी को उसकी याद आएगी।” उसे खिलौनों, कार्डों और गुब्बारों से श्रद्धांजलि दी गई और उसी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के कुछ माता-पिता ने शे के अंतिम संस्कार के लिए धन इकट्ठा करने के लिए एक ऑनलाइन गो फंड मी फंडरेजर की स्थापना की।