_सील तोड़कर कर रहे हैं संचालक मनमाने ढंग से काम, प्रशासन मतलब काठ का उल्लू_
खबर दृष्टिकोण, संवाददाता दिनेश कुमार राजपूत
बाराबंकी। विभाग द्वार समुचित कार्यवाही न किऐ जाने से मानक विहीन अस्पताल फिर से चल रहे हैं। बाराबंकी नोडल अधिकारी ने जॉच के अंतर्गत विहीन पाने पर कुछ दिन पहले महादेवा और सूरतगंज मे कई अस्पतालों की जांच करते हुए जवाब तलब किया गया था, लेकिन इनमें से कई अस्पताल संचालकों ने नोटिस का जवाब देना तक मुनासिब न समझा और सील को तोड़कर अस्पतालों का संचालन फिर से शुरू कर दिया है। विभागीय की तरफ से ऐसे संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात ही कही जा रही है। नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ राजीव दीक्षित ने कुछ दिनों पहले महादेवा, सूरतगंज, रानीबाजार, त्रिलोकपुर, आदि में संचालित अस्पतालों और क्लीनिक की जॉच की थी। इसी दौरान श्री तिरुपति हेल्थ केयर, दीप क्लीनिक तथा संजय क्लीनिक को मानक के अनुसार संचालित होते नहीं पाए जाने पर सील कर दिया था, नोडल अधिकारी ने बताया बताया कि जॉच के अंतर्गत इनके यहां पंजीकृत चिकित्सक और कर्मी मौजूद नहीं थे पंजीकरण संबधी अभिलेख भी मौके पर नहीं पाए गए। जिले में संचालित प्राइवेट नर्सिंग होमों और अस्पतालों की मनमानी का आलम यह है कि मरीजों को उसकी बिमारी और ईलाज के संबंध में कोई भी कागजात नहीं दिये या दिखाये जाते हैं।