सहारनपुर, । भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में घुसपैठ करने के मामले में सहारनपुर पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। चारों को शनिवार की शाम करीब चार बजे कोर्ट में पेश किया गया। शनिवार को ही पुलिस चारों का रिमांड में लेने का प्रयास करेगी। यदि रिमांड मंजूर होता है तो उसके बाद फिर से पूछताछ होगी। वहीं एक मध्यप्रदेश के आरोपित की तलाश में सहारनपुर पुलिस की एक टीम मध्य प्रदेश गई हुई है। जबकि एक पहले से ही पकड़ा जा चुका था। यानी अभी तक इस मामले में पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है।एसएसपी डॉ एस चन्नपा ने बताया कि आजादपुर दिल्ली निवासी आशीष जैन, कमल विहार दिल्ली निवासी आदित्य खत्री, अमन विहार दिल्ली निवासी अरमान मलिक उर्फ मोहम्मद नियाज आलम, सराय बस्ती दिल्ली निवासी नितिन इन सभी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है।एसएसपी ने बताया कि आदित्य खत्री और नितिन भारत निर्वाचन आयोग दिल्ली के कार्यालय में संविदा कर्मचारी के रूप में काम करते थे। इन दोनों ने ही भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट का यूजर नेम और पासवर्ड साइबर कैफे चलाने वाले अरमान मलिक और आशीष जैन को दिया था।अरमान मलिक के संपर्क में आएं विपुल सैनी निवासी मच्छर खेड़ी सहारनपुर से संपर्क किया और विपुल सैनी से भी वोटर आईडी कार्ड बनवाना शुरू कर दिया। एसएसपी का कहना है कि चारों को कोर्ट में पेश किया गया है। अदालत में चारों के रिमांड की अर्जी भी डाली जाएगी। यदि रिमांड मिलता है तो इन चारों की निशानदेही पर मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के अभा कस्बे में दबिश दी जाएगी। हरिओम भी मध्यप्रदेश में साइबर कैसे चलाता है।सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरमान ने ही इस पूरी सेंधमारी की कहानी रची थी। इसने ही वहां के कर्मचारियों को भी इसमें शामिल किया और बाद में विपुल सैनी सहारनपुर के निवासी को वोटर आइडी कार्ड बनाने के लिए रखा था। तीन महीनों में इन्होंने 10 हजार आइडी कार्ड बनाए थे। विपुल सैनी के खाते से पुलिस को 60 लाख रुपये भी बरामद हुए हैं।