भूख से तड़प तड़प के मर गये कई गोवंश., आधे से ज्यादा बीमार
खबर द्रष्टिकोण:- जावेद खान
मोहम्मदी-खीरी। जिले की मोहम्मदी तहसील के विकास खण्ड पसगवां में एक गौशाला में कई दिनों से हो रहीं गोवशों की मौत का मामला निकलकर प्रकाश में आया। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही ब्लॉक व तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया, क्या करें क्या न करें..? याह सोच सोजिम्मेदारों के हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन में अफसरान मौके पर पहुंचकर बिना जिला प्रशासन को बिना सूचना दिए और पोस्टमार्टम के मृत गोवंशो को मिट्टी में दफन कर मामले को दबाने का प्रयास किया गया । स्थानीय लोगों मीडिया और किसान नेता के कहने पर मृत पड़े गोवंश का मौके पर पशु चिकित्सकों द्वारा पोस्टमार्टम कराकर गौशाला की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है लेकिन ये अकेले पसगवां ब्लॉक में ही नही बल्कि मोहम्मदी ब्लॉक के गांव पिपरिया कप्तान,करौंदा,रामपुर मदारी आदि अनेको ऐसी ग्राम पंचायत हैं जहाँ पर गौशाला में गायों की स्थित खराब है पिपरिया कप्तान में तो आहार के लाले पड़े हैं लेकिन अधिकारी भी बेचारे क्या क्या देखे उनको तो पैसे भी कमाने हैं और ड्यूटी भी करनी है अधिकारी भी सोंचते हैं ये तो रोज का हो गया अखबार वाले खबर प्रकाशित करते हैं तो करने दो लेकिन उन्हें जिस हिसाब से ड्यूटी करनी है वो तो करेंगे ही लेकिन प्रश्न यह उतपन्न हो रहा है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है क्या शासन जिसने गायों को एक जगह एकत्रित करके उनके रहने खाने की व्यवस्था का आदेश पारित किया या फिर वह ग्राम प्रधान जिसकी ग्राम पंचायत है या फिर तहसील के वे अधिकारी जिनको आदेश मिला कि महीने में वह जरूर निरीक्षण किया करें , बेजवानो पर इतना अत्याचार आखिर कौन है कसूर वार अपने आप मे कई सवाल खड़े करता है।