नौ साल पहले बायोग्राफिकल फिल्म ‘मांझी: द माउंटेन मैन’ रिलीज हुई थी। इस फिल्म को खासा क्रिटीकली एक्लेम मिला था। इस रियल लाइफ कहानी को पर्दे पर निखारने का जिम्मा नवाजुद्दीन सिद्दीकी को मिला। दशरथ मांझी के किरदार में जान फूंकने में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। फिल्मी दुनिया में दशरथ मांझी के किरदार को खास बनाने का पूरा श्रेय नवाजुद्दीन सिद्दीकी और राधिका आप्टे की अदाकारी, कमाल की फिल्मोग्राफी, धांसू डायलॉग्स और सटीक डायरेक्शन और लेकन को जाता है। केतन मेहता द्वारा डायरेक्ट की गई ये फिल्म एक आदमी की कहानी बताती है जो अपने मजबूत इरादे से सिर्फ एक हथौड़ा और छेनी का इस्तमाल करके 20 साल तक पहाड़ में रास्ता बनाता रहा।
कैसी थी फिल्म की कहानी
दशरथ मांझी का फगुनिया के लिए प्यार शाहजहां के मुमताज के लिए प्यार से जरा भी कम नहीं था। इसी अमर प्रेम की कहानी को फिल्म में दिखाने का सफल प्रयास किया गया है। दशरथ मांझी ने अपनी पत्नी को खोने के बाद, अपने गांव के लोगों की मदद के लिए वो किया जिसका कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता था। दशरथ मांझी के रूप में नवाजुद्दीन सिद्दीकी की परफॉर्मेंस की बहुत तारीफ की गई है, क्योंकि एक्टर ने मांझी के किरदार ने दृढ़ता और समर्पण को खूबसूरती और बड़ी आसानी से दिखाया है।
दृढ़ निश्चय को लेकर क्या बोसे नवाजुद्दीन
फिल्म की रिलीज के समय के एक पुराने इंटरव्यू में सिद्दीकी ने अपने करियर और ऐसी महान हस्ती का किरदार निभाने में आने वाली चुनौतियों के बारे में अपने बात की थी। अपने सफर पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहा था, ‘वैसे तो मैं दिखने में 5 फीट 6 इंच का औसत आदमी था, लेकिन मैंने बॉलीवुड में अपने दम पर कुछ करने का दृढ़ निश्चय कर लिया था। तो, वह इच्छा, वह चाहत मेरे अंदर थी।’
नवाज ने इस किरदार के लिए खास तैयारी
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने जिस तरह से किरदार निभाया, उससे उनके किरदार के प्रति समर्पण साफ झलक रहा था। उन्होंने बताया कि इस तरह के चुनौतीपूर्ण किरदार को पूरी तरह से निभाना उनके लिए कितना चुनौतीपूर्ण था, उन्होंने कहा, ’22 साल से ज़्यादा समय तक एक ही काम पर काम करना एक ख़ास तरह के दृढ़ संकल्प की तरह है। इस तरह का किरदार निभाना वाकई चुनौतीपूर्ण था। फिल्म में मैंने किरदार के जीवन के तीन अलग-अलग चरणों को निभाया। मैंने रेफरेंस के लिए यूट्यूब वीडियो का इस्तेमाल किया और दशरथ मांझी के गांव भी गया, जहां मैं उनके बेटे, बहू और अन्य लोगों से मिला।’ अपनी 9वीं एनिवर्सरी पर भी, ‘मांझी: द माउंटेन मैन’ का असर अभी भी बरकरार है। ‘शानदार, जबरदस्त, जिंदाबाद’ जैसी लाइंस दशरथ मांझी की शानदार कहानी और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की कमाल की एक्टिंग को दिखाने में नहीं चूकतीं।